दीपेश कौरव, भोपाल: मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भोपाल जिले के तीन मामलों में संज्ञान लिया है। पहला मामला राजधानी स्थित हमीदिया अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को इलाज का लाभ नहीं मिलने का है। मामले में आयोग ने संज्ञान लेते हुए मेडीकल कॉलेज डीन को जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही आयोग ने जांच कराकर की गई कार्यवाही की रिपोर्ट भी तलब की है। 

आयोग के संज्ञान में आया है कि, हमीदिया अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत जरूरी रॉड, प्लेट और अन्य उपकरणों की आपूर्ति पिछले एक महीने से बंद होने से आयुष्मान योजना के तहत किये जाने वाले दर्जन से अधिक ऑपरेशन टाल दिये गये है। जिस वेंडर से अस्पताल का टेंडर है, उसने भुगतान न मिलने के कारण सामग्री देना बंद कर दिया है, इस कारण मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत इलाज का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

इन मामलों में भी लिया संज्ञान
आयोग ने भोपाल शहर के कटारा हिल्स स्थित हेवेन्स लाइफ कॉलोनी के पार्क में टावर लगाने के मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को जांच के निर्देश दिए है। इसके अलावा आयोग ने भोपाल शहर के बैरसिया क्षेत्र में पदस्थ एक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के आव्यवहारिक रवैया के कारण स्कूलों के शिक्षकों के परेशान होने का मामला के मामले में भी संज्ञान लिया है। आयोग के संज्ञान में आया है कि गत दिनों एक सेवानिवृत्त शिक्षक का पीपीओ 15 दिन बाद भी बीईओ ने जारी नहीं किया, जिसके कारण सेवानिवृत्त शिक्षक को कई तरह की समस्या से परेशान होना पड़ रहा है। मामले में आयोग ने डीईओ से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन मांगा है।