Kirti Card in Harda: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में बेटी बचाओ कार्यक्रम के तहत अभिनव पहल शुरू की गई है। जिला प्रशासन ने इसे रेवा शक्ति अभियान नाम दिया है। इस अभियान के तहत ऐसे परिवारों के कार्ड बनाए जा रहे हैं, जिनके यहां बेटे नहीं सिर्फ बेटियां मौजूद हैं। इन परिवारों को स्कूल-कॉलेज, अस्पताल, बस, होटल, रेस्टोरेंट और किराना दुकानों में 25 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी।
रेवा शक्ति अभियान का उद्देश्य
हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह ने रेवा शक्ति अभियान के उद्देश्य पर चर्चा की। बताया कि हमारा मकशद बेटियों को प्रोत्साहित करना है। इससे ऐसे लोगों की मानसिकता में बदलाव आएगा, जो अब भी बेटियों को बोझ समझते हैं। उनका मन बदलेगा तो लिंगानुपात में सुधार होगा।
हरदा जिले के यह संस्थान दे रहे डिस्काउंट
संस्थान | संख्या | डिस्काउंट |
निजी स्कूल | 33 | 10 प्रतिशत |
निजी कॉलेज | 4 | 5 प्रतिशत |
होटल | 8 | 10 प्रतिशत |
डिपॉटमेंटल स्टाेर्स | 4 | 2 से 5 प्रतिशत |
प्राइवेट अस्पताल | 7 | 10 प्रतिशत |
बस संचालक | 5 | 10 से 20 प्रतिशत |
मसाला उद्योग | 1 | 25 प्रतिशत |
पैथोलाजी लेब | 2 | 5 प्रतिशत |
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1300 से अधिक परिवारों के पंजीयन
हरदा कलेक्टर की इस पहल को पर्याप्त जनसमर्थन मिल रहा है। निजी संस्थान और सामाजिक संस्थाएं भी सामने आ रही हैं। 1300 से अधिक परिवारों ने पंजीयन कराया है। उनके कीर्ति कार्ड बनाए जा रहे हैं। बालिका संतान वाले परिवारों को चिकित्सा सेवाओं में छूट देने के लिए डाटर्स क्लब गठित किया गया है।
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क्यों जरूरी है रेवा शक्ति अभियान?
मध्य प्रदेश का हरदा कृषि प्रधान जिला है। नर्मदा किनारे बसे इस जिले में बड़ी मात्रा में उपजऊ जमीन है, जहां उन्नत खेती की जाती है। बेहतर उत्पादन के चलते हरदा जिले को मध्य प्रदेश का मिनी पंजाब कहते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से यहां का लिंगानुपात तेजी से बढ़ रहा है। 6 वर्ष तक के एक हजार बालकों में 894 बालिकाएं हैं। प्रशासन ने लिंगानुपात को कम करने रेवा शक्ति अभियान की शुरुआत की है।