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MP News : मध्य प्रदेश में लाइसेंसी हथियार धारक चुनाव के बाद आचार संहिता के समाप्त होने पर अब थानों में जमा अपने हथियारों को लेने के लिए पहुंच रहे हैं। प्रदेश में 97 प्रतिशत शस्त्र जमा कराने का एक बड़ा रिकॉर्ड भी है। लोकसभा चुनाव की आदर संहिता लगने से पहले लाइसेंसी हथियारों को थाने में जमा करने की प्रक्रिया की जाती है।

MP News : मध्य प्रदेश में लाइसेंसी हथियार धारक चुनाव के बाद आचार संहिता के समाप्त होने पर अब थानों में जमा अपने हथियारों को लेने के लिए पहुंच रहे हैं। प्रदेश में 97 प्रतिशत शस्त्र जमा कराने का एक बड़ा रिकॉर्ड भी है। लोकसभा चुनाव की आदर संहिता लगने से पहले लाइसेंसी हथियारों को थाने में जमा करने की प्रक्रिया की जाती है। आचार संहिता के हटते ही धारक अपना पावती पत्र दिखाकर दोबार से इन्हे वापिस लेते हैं।

ढाई लाख से अधिक लाइसेंसी शस्त्र पुलिस ने जमा कराए
बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश भर के विभिन्न थानों में ढाई लाख से अधिक लाइसेंसी शस्त्र पुलिस ने जमा कराए थे। आदर्श आचार संहिता के कारण शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए गए थे। अब संहिता समाप्त हो चुकी है, इस कारण लोग अपने हथियारों को लोग थाने से ले सकते है। इसके लिए उनको जमा करते समय ली हुई पावती दिखानी होगी।

देश में सबसे ज्यादा लाइसेंसी शस्त्र मध्यप्रदेश में जमा कराए गए
मध्यप्रदेश में 97 प्रतिशत शस्त्र जमा कराए गए जो कि एक बड़ा रिकॉर्ड है। जानकारों की मानें तो देश में सबसे ज्यादा लाइसेंसी शस्त्र मध्यप्रदेश में जमा कराए गए है। पीएचक्यू से मिली जानकारी के मुताबिक लाइसेंस धारकों द्वारा 2 लाख 73 हजार 559 शस्त्र प्रदेश के विभिन्न थानों में जमा कराए गए थे।

अधिकारी को शस्त्र जमा कराने से छूट दी गई
लोकसभा चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था के लिए निर्वाचन एवं सुरक्षा प्रक्रिया में संलग्न कर्मचारियों आर्मी, पुलिस, होमगार्ड, केन्द्रीय एवं राज्य के सशस्त्र बल एवं बैंकों की सुरक्षा में संलग्न लाइसेंस धारियों, चुनाव कार्य में संलग्न कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं न्यायिक सेवा के अधिकारी को शस्त्र जमा कराने से छूट दी गई थी। अब आदर्श आचार संहिता के समाप्त होने पर पुलिस थानों में धारक पहुंच कर अपनी लाइसेंसी बंदूकों को प्राप्त कर रहे हैं।

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