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Tiger News: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा को 15 बाघ देने का फैसला किया है। बुधवार (25 दिसंबर) को इसके लिए आदेश किए गए हैं। सबसे अधिक 8 बाघ छत्तीसगढ़ और राजस्थान को 4 फीमेल टाइगर दिए जाएंगे।

Tiger News: मध्य प्रदेश के बाघ अब राजस्थान, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में दहाड़ेंगे। एमपी सरकार ने इन राज्यों को 5 बाघ भेजने की सहमती दी है। सीएम मोहन यादव की सहमति के बाद आदेश भी जारी कर दिया गया है। सबसे अधिक 8 बाघ छत्तीसगढ़ को मिलेंगे। 

आदेश के मुताबिक, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व और कान्हा टाइगर रिजर्व से राजस्थान को 4 मादा बाघ, ओडिशा को एक नर और 2 मादा बाघ दिए जाएंगे। इस तरह छत्तीसगढ़ को 2 नर और 6 मादा बाघ दिए जाने को मंजूरी दी गई है। 

नेशनल टाइगर कंजर्वेशन से लेंगे मंजूरी 
मध्य प्रदेश का वन विभाग अब बाघ शिफ्टिंग की मंजूरी के लिए नेशनल टाइगर कंजर्वेशन (National Tiger Conservation) को प्रस्ताव भेजेगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद ही यह टाइगर दूसरे राज्यों को सौंपे जाएंगे। वाइल्ड लाइफ PCCF शुभोरंजन सेन ने बताया कि बाघ शिफ्टिंग में पूरी प्रकिया का पालन किया जाएगा। 

टेरेटोरियल फाइट्स की बन रही स्थिति
PCCF शुभोरंजन सेन ने बताया कि केन्द्र से मंजूरी मिलने के बाद बांधवगढ़ (Bandhavgarh National Park), पेंच (Pench National Park) और कान्हा टाइगर रिजर्व (Kanha Tiger Reserves) से इन राज्यों को भेजे जाएंगे। यहां बाघ की संख्या बढ़ने से टेरेटोरियल फाइट्स की स्थिति बनने लगी है। 

MP में 785 से अधिक बाघ 
मध्य प्रदेश में इस समय सर्वाधिक 785 बाघ मौजूद हैं। एमपी को टाइगर स्टेट का दर्जा भी मिला हुआ है। यहां सफेद बाघ (White Tiger) बाघ की मौजूद हैं। बाघों की यह प्रजाति अब प्राय: लुप्तप्राय हो चुकी है। एमपी के सर्वाधिक (100 से अधिक) बाघ बांधवगढ़ नेशनल पार्क में हैं। 

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मध्य प्रदेश को मिला शेरों का जोड़ा 
वन्य प्राणी एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत मध्य प्रदेश को हाल ही में शेरों का जोड़ा मिला है। इनके बदले गुजरात सरकार को नंदनी और बांधवगढ़ नाम के दो बाघ सौंपे गए हैं। शेरों को भोपाल के वन विहार में रखा गया है। अब एक सींग वाले गेंडे यानी राइनो और असम से भैसे मंगाए जाने की तैयारी है। 

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