भोपाल। मध्यप्रदेश की 16वीं विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को 21 विधायकों ने शपथ ग्रहण की। अब तक 229 विधायक पद और गोपनीयता की शपथ ले चुके हैं। छिंदवाड़ा विधायक कमलनाथ विदेश में होने के चलते विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हो पाए। लौटने के बाद वे शपथ ग्रहण करेंगे। बता दें सत्र के पहले दिन सोमवार को 207 विधायकों ने शपथ ली थी। प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव पहले ही शपथ ले चुके थे।
नेहरू के विचार खत्म करने का प्रयास है: उमंग सिंघार
आसंदी के पीछे लगी पं. जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर हटाने के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधानसभा परिसर में कहा कि डॉ. आंबेडकर के बाद ये गोडसे का फोटो लगाएंगे। नेहरू जी का फोटो हटाना महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण ये है कि उनके विचार खत्म करने का प्रयास है।
दिवंगत नेताओं और विभूतियों को श्रद्धांजलि दी गई
मंगलवार को सरताज सिंह, रामदयाल अहिरवार, भगवत सिंह पटेल, कल्याण जैन, ताराचंद पटेल, रामदयाल भारद्वाज समेत दिवंगत नेताओं और विभूतियों को श्रद्धांजलि दी गई। दो मिनट के मौन के बाद सदन की कार्यवाही 20 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
यह ओछी मानसिकता है: जयवर्धन
राघौगढ़ से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि यह ओछी मानसिकता है। प्रोटेम स्पीकर और मुख्यमंत्री से मांग की जाएगी। महात्मा गांधी, नेहरू जी, आंबेडकर जी किसी का अपमान नहीं होना चाहिए।
बाबा अंबेडकर संविधान निर्माता है: रामेश्वर
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि आंबेडकर का चित्र भारत के संविधान का चित्र है। संविधान निर्माता बाबा आंबेडकर हैं कि नहीं। बाबा आंबेडकर के प्रति कांग्रेस की आस्था और विश्वास है कि नहीं? अंबेडकर जी करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र हैं, संविधान निर्माता हैं। संविधान निर्माता का फोटो विधानसभा में होना चाहिए या नहीं? कांग्रेस क्या बाबा आंबेडकर में गोडसे देखती है? गांधी जी, बाबा अंबेडकर के प्रति हमारी आस्था है और रहेगी।
बाबा साहब का फोटो पहले ही लग जाना था: कृष्णा गौर
बीजेपी विधायक कृष्णा गौर ने कहा कि बाबा साहब का फोटो बहुत पहले लग जाना चाहिए था। कांग्रेस ने भीमराव अंबेडकर को स्थान नहीं दिया। भारतीय जनता पार्टी बाबा साहब को उनका स्थान दे रही है।
इंदर सिंह बोले- कांग्रेस का काम भ्रम फैलाना
पूर्व शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस का काम सिर्फ भ्रम फैलाना है। कांग्रेस डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का सम्मान नहीं करती है।