भोपाल, (दीपेश कौरव)। शिक्षा के क्षेत्र में नीमच जिले के शिक्षक निर्मल राठौर ने कई नवाचार करते हुए अपनी एक अनूठी पहचान बनाई है। शिक्षक राठौर नीमच जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय ग्राम थड़ोली में पदस्थ हैं। इस स्कूल में कुल 96 बच्चे हैं, जो कक्षा छठवीं, सातवीं और आठवीं में पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें करीब 52 फीसदी छात्राएं हैं। इस स्कूल में कुल 5 शिक्षक हैं। शिक्षक राठौर के प्रयासों से आज यह स्कूल चॉकलेस हो गया है और यहां हर क्लास में अब स्मार्ट बोर्ड से पढ़ाई होती है। स्कूल में सभी शिक्षक स्मार्ट बोर्ड, यू-ट्यूब और आई.सी.टी. का बहुतायत से उपयोग कर पढाते हैं। साथ ही शाला में होने वाली गतिविधियों को यू-ट्यूब पर डालकर पालको को भेजते है। थडोली की शाला से प्रेरित होकर संकुल और विकासखण्ड के कई स्कूलों ने इन नवाचारों को अपनाया है। राज्य सरकार द्वारा शिक्षण सत्र 2021 में शिक्षक निर्मल राठौर को राज्यपाल अवार्ड से सम्मानित भी किया गया।
स्कूल में आकर्षक गार्डन, ड्रेस कोड
शिक्षक राठौर द्वारा कई और भी नवाचार किये गए है, जिसमें स्कूल को भयमुक्त बनाने के लिए शाला को बेहतर पेंट से रंगा गया है और एक आकर्षक गार्डन भी बनाया गया है। गार्डन में बच्चो को सामान्य ज्ञान याद कराने के लिए पौधों पर संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों और अधिकारियों के नाम लिखवाए गए हैं। जिन्हें बच्चे रोज पढ़कर अपने आप याद कर लेते है। शाला ड्रेस कोड भी बहुत सुंदर और आकर्षक बनाई गई। इस शाला में हाउस कांसेप्ट भी है अर्थात हाउस ड्रेस, हाउस एक्टिविटी।
डिजिटल आई कार्ड और होमवर्क डायरी
सभी बच्चों के पास डिजिटल आई कार्ड और होमवर्क डायरी का पैटर्न भी है। शिक्षक राठौर बताते हैं कि स्कूल के लिए विशेष होमवर्क डायरी तैयार कराई गई है। इसमें प्रार्थना, स्कूल की समय-सारणी सहित स्कूल सहित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। यह डायरी जनसहयोग से तैयार कराई गई है। शिक्षक राठौर द्वारा स्कूल में एक पुस्तकालय भी तैयार किया गया है। इस पुस्तकालय में एक हजार से अधिक पुस्तकें है। इसके अलावा पेंटिंग और प्रोजेक्ट-माॅडल भी लगाए है। शाला का स्वंय का एक स्कूल बैंड भी है जिसे शिक्षक द्वारा प्रशिक्षित किया गया। अब बच्चों द्वारा इसे संचालित किया जा रहा है।