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एम्स भोपाल में कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह निर्देशन में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की गई। जीवन रक्षक दवाओं, पीपीई किट, मास्क, वेंटीलेटर, मेडिकल गैस व अस्पताल में बिस्तरों की उपलब्धता भी जांची  

भोपाल। भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के नए वैरियंट स्ट्रेन JN1 को लेकर सरकारें और स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी अलर्ट दिख रहे हैं। हालातों से निपटने के लिए जरूरी तैयारी भी शुरू कर दी गई हैं। भोपाल स्थिति एम्स में शुक्रवार को माकड्रिल कर व्यवस्थाएं जांची गईं। 

यह व्यवस्थाएं जांची 
एम्स भोपाल में कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह निर्देशन में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की गई। जीवन रक्षक दवाओं, पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेटर, मेडिकल गैस और अस्पताल में बिस्तरों की उपलब्धता का मूल्यांकन किया गया। 

सभी विभागों को किया अलर्ट
प्रोफेसर डॉ अजय सिंह ने कहा, हम किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। किसी को भी घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ताकि, कोरोना के नियंत्रण, निगरानी, जांच व समुचित इलाज में किसी प्रकार की कमी न हो।

भोपाल में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति
भोपाल जिले में 15 हजार से अधिक हॉस्पिटल बेड उपलब्ध हैं। अस्पतालों में साढ़े तीन हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सपोर्ट बिस्तर हैं। साथ ही 2000 से अधिक आईसीयूबेड, 750 वेंटिलेटर बेड हैं। जिले में 4 हजार से अधिक चिकित्सक, साढ़े छह हजार से ज्यादा नर्सिंग ऑफिसर, 2 हजार पैरामेडिकल कर्मचारी, 150 एम्बुलेंस हैं। 21 हजार लीटर से अधिक क्षमता के 30 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हैं। 1 हजार से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व 5 हजार से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भोपाल जिले में है।  

आंध्र प्रदेश में सीएम ने अधिकारियों से की चर्चा 
अमरावती (आंध्र प्रदेश): मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कोविड-19 के नए वेरिएंट के प्रसार पर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।

इधर, बिहार में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में समीक्षा 
कोविड के बढ़ते मामलों के बीच शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने समीक्षा की। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया। कहा जिला स्तर पर आपात स्थतियों से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएं।

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