भोपाल। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की सुरक्षा में चूक सामने के बाद वन विभाग ने मध्य प्रदेश में पर्यटकों के लिए सख्त गाइडलाइन जारी की है। 12 दिसंबर को कुछ पर्यटकों ने यहां मेल टाइगर बजरंग को जिप्सियों से घेरकर फोटोग्राफी कर रहे थे। घटना के वीडियो फुटेज सामने आने के बाद टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों को अलर्ट किया है।
पर्यटकों के लिए भी खतरा
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ को रास्ता रोकने की घटना के बाद से पार्क प्रबंधन चिंतित है। डायरेक्टर ने कहा, यह घटना बाघ के लिए खतरनाक तो है ही। पर्यटकों के लिए भी जानलेवा हो सकती थी। पर्यटकों की इस हरकत से चिढ़कर बाघ उन पर हमला कर देता तो मुश्किल में पड़ जाते।
निगरानी बढ़ाने के निर्देश
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ को जिप्पसियों से घेरने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने पर्यटक वाहनों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। नई व्यवस्था के तहत, प्रदेशभर के टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के वाहनों पर एक टीम निगाह रखेगी। अधिकारी देखेंगे कि पर्यटक वाहलों में किसी प्रकार के नियम कायदों को तो नहीं तोड़ा जा रहा।
वाहन चालक व गाइड के खिलाफ भी कार्रवाई
नियमों की अनदेखी पर पर्यटकों के खिलाफ जुर्माना भी लगाया जा सकता है। नियमों तोड़ने पर वाहन चालक और गाइड के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। विभाग द्वारा बनाई गई निगरानी कमेटी इस पर भी ध्यान देगी कि पार्क प्रबंधन वाहन चालकों व पर्यटकों के खिलाफ तोड़ने पर कार्रवाई कर रहा है या नहीं।
जिप्सी से रोका गया था टाइगर का रास्ता
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला जोन में 12 दिसंबर की शाम मेल टाइगर बजरंग को जमुनिया रपटा के पास वाहन चालकों व गाइड ने दोनों तरफ से घेरकर पर्यटकों की फोटोग्राफी करवाई थी। गनीमत रही कि बाघ भड़का नहीं।