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मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार अभी बादल, बौछारों का क्रम हल्का होता जाएगा। अगले कुछ दिन में मानसून चंबल, ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में वापस होना शुरू होगा।

भोपाल (संजीव सक्सेना) । राजधानी सहित प्रदेश में सोमवार को मानसून सीजन खत्म हो गया है। 30 सितंबर तक शहर में कुल 1608.9 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो सामान्य से 533.7 मिमी अधिक है। भोपाल सहित प्रदेशभर से अब मानसून की वापसी अगले कुछ दिनों में होने की उम्मीद है। मानसून की वापसी चंबल और उज्जैन संभाग के उत्तरी हिस्सों से शुरू होगी। पूरी संभावना है कि 7 से 8 अक्टूबर तक मानसून की वापसी हो जाएगी। इस बीच भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गरज_चमक के बौछारों का क्रम अंतराल से चलता रहेगा। मौसम केंद्र के अनुसार दक्षिण पूर्व मानसून की वापसी अगले कुछ दिनों में चंबल और उज्जैन संभाग के उत्तरी हिस्सों से होगी। मंगलवार तक बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर के साथ ही भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बैतूल सहित एक दर्जन जिलों में बादल, गरज चमक की स्थिति बन सकती है।

हवाएं उत्तरी होने लगीं
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार अभी बादल, बौछारों का क्रम हल्का होता जाएगा। अगले कुछ दिन में मानसून चंबल, ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में वापस होना शुरू होगा। अब हवाएं उत्तरी होने के साथ रात में हल्की ओस गिरना शुरू हो गई है। देर रात से अलसुबह हवाओं में गुलाबी ठंडक घुलने लगी है, जो मानसून वापसी के प्रवल संकेत हैं।

बारिश होती रहेगी तो भी विदाई:
शुक्ला के अनुसार अगर प्रदेश में बारिश एक सप्ताह और जारी रहे तो भी मानसून की वापसी 15 अक्टूबर तक हर हालत में हो जाती है। इसके पीछे प्रमुख कारण दक्षिण भारत में रिट्रेट मानसून होता है। यहां से मानसून की वापसी देशभर के अध्किांश हिस्सों से वापसी शुरू होना है।

अब अलसुबह शुरू होगा धुंध का असर:
मानसून की वापसी के बाद हवाओं में ठहराव आना शुरू हो जाएगा। इससे अलसुबह हवाएं उत्तरी होने पर हल्का धुंध का असर भी शुरू होगा। यह नवंबर के अंत तक हल्के कोहरे में बदलने लगेगा। अक्टूबर के अंत तक हल्की ठंड शुरू होने से मौसम सुहाना बना रहेगा।

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