West Central Railway: पश्चिम मध्य रेलवे आय बढ़ाने के लिए नित नए प्रयोग कर रहा है। यात्री किराया के साथ माल ढुलाई पर विशेष जोर है। अधिकारी इसके लिए इसके लिए उद्योगपतियों व व्यवासाइयों के अलावा किसानों को भी प्रेरित करते हैं। कई बार स्पेशल ऑफर भी दिए जाते हैं। यही कारण है कि यात्री किराए में बढ़ोत्तरी के बिना रेलवे की कमाई का ग्राफ बढ़ गया है।
पश्चिम मध्य रेलवे की जोन महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में भोपाल, जबलपुर और कोटा रेल मंडल के रेल अधिकारियों ने नए उद्योगपति, व्यापारी, किसान और ट्रांसपोर्टस के साथ सीधा संवाद कर विशेष योजना के तहत मालगाड़ी की बुकिंग में लगातार वृध्दि की। जिससे रेलवे की आय में बढ़ोत्तरी देखने को मिली। पिछले डेढ़ साल में पमरे जोन में करीब 60 करोड़ रुपए की कमाई मालगाड़ी से लगेज की ढुलाई से हुई।
मई और जनवारी मे सर्वाधिक कमाई
पश्चिम मध्य रेलवे ने गत वर्ष अप्रैल में 9 करोड 64 लाख, मई में 16 करोड़ 68 लाख, जून में 4 करोड़ 68 लाख, जुलाई में 2 करोड़ 95 लाख, अगस्त में 1 करोड़ 33 लाख, सितम्बर में 2 करोड़ 60 लाख, अक्टूबर में 1 करोड़ 45 लाख, नवम्बर में 2 करोड़ 76 लाख, दिसम्बर में 5 करोड़ 19 लाख, जनवरी में 3 करोड़ 16 लाख, फरवरी में 3 करोड़ 50 लाख, मार्च में 3 करोड़ 92 लाख रुपए की कमाई की है।
आय बढ़ाने नित नए प्रयोग कर रहा रेलवे
भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया कि पश्चिम मध्य रेलवे का भोपाल मंडल मालढुलाई से अपनी आय बढ़ाने नित नए प्रयोग कर रहा है। इसके बेहतर परिणाम भी मिल रहे हैं। हम व्यापारियों, किसानों व ट्रांसपोर्टस के साथ बैठक कर लगातार उनसे सीधा संवाद करते हैं। ताकि, वह अपना माल, मालगाड़ी से ले जाएं।
किसानों व व्यापारियों को विशेष छूट
भोपाल, जबलपुर और कोटा रेल मंडल के रेल अफसरों ने मार्च-अप्रैल में आई नई फसल के बाद किसानों को विशेष मालगाड़ी की सुविधा उपलब्ध कराई है। इसी तरह स्थानीय स्तर पर नए उद्योगपति, व्यापारी व ट्रांसपोर्टस के साथ सीधा संवाद कर उन्हें विशेष छूट देकर माल बुकिंग के लि प्रेरित किया गया। गई। इसका असर यह हुआ कि कमाई का ग्राफ बढ़ गया।