एक दिन में 2 बार गोवंश ट्रेन से कटे : रेवाड़ी में शनिवार रात और रविवार सुबह हिसार रेल लाइन पर दो ट्रेनों की चपेट में आकर 6 गोवंश की मौत हो गई। हादसे के कारण रेल मार्ग पर कई ट्रेनों का संचालन देरी से हुआ, जिससे रेल यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मारे गए गोवंश में चार गाएं व दो नंदी बताए जा रहे हैं। गोरक्षा दल के सदस्यों ने उन्हें उठाकर जमीन में दबवा दिया।
रात को चार गोवंश कटे, एक घंटा रोके रखी ट्रेन
रात को जयपुर से अमृतसर जा रही एक्सप्रेस ट्रेन 12:27 बजे जब स्टेशन के पास पहुंची तो चार गोवंश उसकी चपेट में आ गए। चालक ने ट्रेन वहीं रोक दी। इसके बाद मारे गए गोवंश को लाइनों से हटाया गया। लगभग एक घंटे तक ट्रेन वहीं खड़ी रही। बाद में ट्रेन को रवाना किया गया। गोवंश के ट्रेन की चपेट में आने के कारण रेलवे लाइन की क्लैंप करीब 200 मीटर तक उखड़ गर्इं। रेल कर्मचारियों ने रात को ही लाइन को ठीक करने का कार्य शुरू किया। इस दौरान हिसार की ओर से आ रही एक ट्रेन को करीब 1 घंटे तक आउटर पर ही रोकना पड़ा।
सुबह पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आई दो गाय
रात को हुए हादसे के बाद रविवार सुबह भिवानी की ओर से आ रही एक पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आकर भी दो गायों की मौत हो गई। गायों को ट्रैक से हटाने तक काफी देर ट्रेन स्टेशन के पास ही खड़ी रही। सूचना मिलने के बाद गोरक्षा दल के सदस्य मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृत गोवंश को वहां से उठाकर जमीन में दबवा दिया।
लाइनों के पास डालते हैं मंडी का कचरा, यही बड़ी वजह
मंडी के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि सब्जी मंडी के व्यापारी बची हुए खराब सब्जियां व कचरा रेलवे लाइन के आसपास डालते हैं। गोवंश व दूसरे पशु पेट भरने के लिए लाइनों के पास सब्जी व कचरे के ढेरों के पास पहुंच जाते हैं। इस दौरान जब कोई ट्रेन यहां से गुजरती है, तो पशु उसकी चपेट में आकर मर जाते हैं।
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