Ladli Shakti Self Help Mission: मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लाड़ली शक्ति स्वसहायता मिशन लांच करने की तैयारी है। सरकार ने इसके लिए ड्राफ्ट तैयार किया है। इसमें महिलाओं को मजबूत बिजनेस मॉडल से जोड़कर उनके द्वारा तैयार उत्पादों को बाजार और सप्लाई चेन उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि, वह परिवार की आर्थिक उन्नति में सहयोगी बन सकें। 

महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि वुमन इम्पॉवरमेंट के लिए मिशन मोड पर काम किया जा रहा है। महिलाओं का जीवन स्तर सुधारने के लिए हमारी सरकार संकल्पित हैं। समूहों को रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। 

महिला सशक्तिकरण के लिए होंगे यह 4 बदलाव 

  • महिला स्व सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने कॉमन रोडमैप बनाया जाएगा। इसमें लखपति दीदी, लाड़ली बहना सहित अन्य योजनाएं शामिल की जाएंगी। 
  • महिलाओं को प्रोडेक्ट बनाने की ट्रेनिंग देकर मार्केट और लिंकेज प्लेटफार्म उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही 10 लाख नए स्व सहायता समूह बनाए जाएंगे। 
  • महिलाओं को लाड़ली शक्ति क्रेडिट कार्ड और एक लाख तक कम ब्याज पर लोन दिया जाएगा।  
  • 15 लाख लखपति दीदी तैयार कर इनकी सालाना आय कम से कम एक लाख रुपए तक किए जाने का प्रयास किया जाएगा। 

MP में 4.99 लाख से अधिक महिलाएं 
मध्य प्रदेश में अभी 4.99 लाख से ज्यादा महिला स्व सहायता समूह संचालित हैं। इनमें 61 लाख से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं। 10 लाख नए स्व सहायता समूह बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन समूहों से 1.30 करोड़ महिलाओं को जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। 

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आजीविका मार्ट से सशक्त हुईं महिलाएं 
स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को आजीविका मिशन के जरिए काम, प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जाती है। आजीविका मार्ट से जुड़कर कई महिलाएं अपना कारोबार कर रही हैं। महिला सशक्तिकरण के ऐसे उदहरण हर जिले में तैयार किए जाएंगे।