Mumbai Bus Crash: मुंबई के कुर्ला इलाके में सोमवार रात हुए दर्दनाक बस हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है। BEST बस के ड्राइवर संजय मोरे का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें वह हादसे के बाद बस के केबिन से 2 बैग उठाकर टूटी खिड़की से कूदता नजर आ रहा है। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई और 42 लोग घायल हुए। कुर्ला क्रैश के मद्देनजर BEST बसों के ड्राइवर्स के लिए ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
Update: The bus was traveling at speed over 60 kmph in a crowded kurla market area. This is horrible accident.
— Tabrej Khan (Rajput) 🇮🇳 (@tabrej) December 12, 2024
Who is responsible for this accident? Driver or BEST? Or the public?#CCTV #KurlaBusAccident pic.twitter.com/1GgzEG6At5
बेकाबू बस ने 22 गाड़ियां कुचलीं, 42 लोग जख्मी
यह भीषण हादसा सोमवार रात करीब 9:30 बजे कुर्ला (वेस्ट) के एसजी बर्वे रोड पर हुआ। BEST की बेकाबू इलेक्ट्रिक बस ने सड़क पर चल रहे कई वाहनों और पैदल यात्रियों को टक्कर मारी। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई और 42 लोग घायल हुए, जिनमें चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। बस ने कुल 22 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
बस के CCTV फुटेज में क्या नजर आया?
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि बस बेकाबू होकर सड़कों पर गाड़ियों और राहगीरों को टक्कर मार रही थी। यात्री घबराए हुए पोल और हैंडल पकड़कर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे। जब बस रुकी तो कई यात्री टूटी खिड़कियों से बाहर कूद गए। ड्राइवर संजय मोरे को केबिन से दो काले बैग उठाकर बस की खिड़की से कूदते हुए देखा गया। जबकि बस कंडक्टर पीछे के दरवाजे से बाहर निकल गया।
Mumbai: CCTV footage from inside the BEST bus involved in the Kurla accident has surfaced
— IANS (@ians_india) December 11, 2024
(Date: 09/12/2024) pic.twitter.com/jJhyfuMTVu
ड्राइवर के पास इलेक्ट्रिक बस चलाने का एक्सपीरियंस नहीं
मुंबई पुलिस ने बस ड्राइवर संजय मोरे को गैर-इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। उसे 21 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया। शुरुआती जांच में पता चला कि ड्राइवर के पास इलेक्ट्रिक बस चलाने का अनुभव नहीं था और उसने केवल 10 दिन की ट्रेनिंग ली थी।
कुर्ला बस हादसे के बाद उठाए गए ये कदम
1) ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट अनिवार्य: BEST ने घोषणा की है कि सभी ड्राइवरों के लिए ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट अनिवार्य होगा।
2) निजी ऑपरेटर्स से जवाब तलब: BEST और महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (MSRTC) ने निजी ऑपरेटरों से ड्राइवर ट्रेनिंग, नियुक्ति प्रक्रिया और सेफ्टी स्टैंडर्ड की डिटेल मांगी है।
3) आंतरिक जांच का आदेश: महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने BEST को इस हादसे की डिटेल्ड इंटरनल इन्क्वायरी कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
4) वेट लीज़ मॉडल पर सवाल: वेट लीज़ मॉडल के तहत बसों का रखरखाव और ड्राइवर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी निजी ठेकेदारों की होती है।
इस हादसे ने वेट लीज़ मॉडल में ड्राइवरों की ट्रेनिंग और सेफ्टी स्टैंडर्ड की खामियों को उजागर किया है। हादसे को BEST और निजी ऑपरेटरों की बड़ी लापरवाही माना जा रहा है। अब देखना होगा कि सरकार और संबंधित एजेंसियां इस मामले में क्या कार्रवाई करती हैं।