Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना शिंदे गुट ने सोमवार रात अपनी तीसरी सूची में 13 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए। इस सूची में मुम्बादेवी सीट से बीजेपी नेता शाइना एनसी को टिकट दिया गया है, जो शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। यह कदम महायुति गठबंधन की रणनीति का हिस्सा है, जहां दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। अब तक शिंदे गुट की तीन सूचियों में कुल 88 उम्मीदवारों के नाम सामने आए हैं।

गठबंधन की साझेदारी में बांटी गई सीटें
शिंदे गुट ने दो सीटें अपने सहयोगी दलों को भी दी हैं। इसमें हटकनंगले सीट जनसुराज्य पक्ष को और शिरोल सीट राजश्री शाहूविकास अघाड़ी को दी गई है। इसी तरह बीजेपी ने भी अपने चार सीटें चार अलग-अलग सहयोगी दलों को सौंपी हैं। इसमें शाहुवाडी सीट जनसुराज्य पक्ष को, गंगाखेड़ सीट राष्ट्रीय समाज पक्ष को, बडनेरा सीट युवा स्वाभिमान पार्टी को, और कलिना सीट रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया को दी गई है। महायुति में अब तक कुल 275 सीटों पर उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं।

शिवसेना शिंदे गुट की दूसरी सूची में थे 8 कैंडिडेट
शिवसेना शिंदे गुट ने 27 अक्टूबर को दूसरी सूची में 20 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। जिसमें राज्यसभा सांसद मिलिंद देवरा को वरली से टिकट मिला। वहीं उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने इसी सीट से आदित्य ठाकरे को मैदान में उतारा है। इससे पहले 22 अक्टूबर को पहली सूची में शिवसेना शिंदे गुट ने 45 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। पहली सूची में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को कोपड़ी पचपाखड़ी सीट से टिकट दिया गया है, जबकि मंत्री उदय सामंत को रत्नागिरी से।

महायुति के कुल 275 उम्मीदवार घोषित
महाराष्ट्र में 288 सीटों वाली विधानसभा के लिए अब तक महायुति में 275 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा चुके हैं। इस गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट, एनसीपी अजित पवार गुट और कुछ छोटे दल शामिल हैं। शिवसेना शिंदे गुट ने अब तक तीन सूचियों में 88 नाम, एनसीपी अजित पवार गुट ने 49 नाम और बीजेपी ने अपनी तीन सूचियों में 146 नाम घोषित किए हैं।

2019 का चुनावी समीकरण और मौजूदा स्थिति
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पिछली बार बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन था। बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं। लेकिन गठबंधन में मनमुटाव के कारण यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाई और बाद में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का महाविकास अघाड़ी गठबंधन सत्ता में आया। इसके बाद शिवसेना और एनसीपी में बगावत हुई, जिसके चलते इस बार चुनाव में चार प्रमुख दल हैं। वर्तमान चुनावी परिदृश्य इन्हीं समीकरणों पर आधारित है, जिससे राज्य में नई राजनीतिक तस्वीर बन रही है।