Uddhav Thackeray Bag Check Controversy: महाराष्ट्र के चुनावी माहौल में उद्धव ठाकरे के बैग की चेकिंग का मुद्दा गरमा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जब सोमवार को यवतमाल पहुंचे, तो उनके बैग की रूटीन चेकिंग की गई। यवतमाल के वनी एयरपोर्ट पर बैग चेकिंग को लेकर उद्धव ठाकरे का गुस्सा भड़कने गया। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका बैग तो चेक किया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के बैग क्यों नहीं चेक होते?
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। शिवसेना (UBT) और शिंदे गुट के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने सवाल उठाया कि क्या दूसरे बड़े नेताओं के बैग भी इसी तरह चेक होते हैं।
राउत के सवाल पर शिंदे गुट का जवाब
संजय राउत ने सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बैग भी चेक किए जाते हैं। राउत ने आरोप लगाया कि केवल विपक्षी नेताओं के सामान की जांच की जाती है, जबकि सत्ताधारी नेताओं के सामान की चेकिंग नहीं होती। इस पर शिंदे गुट ने राउत के आरोपों को झूठा बताया और कहा कि खुद शिंदे के बैग की भी जांच हो चुकी है।
उद्धव ने चुनाव आयोग से किए सवाल
यवतमाल एयरपोर्ट पर बैग चेक किए जाने पर उद्धव ठाकरे ने हेलीकॉप्टर से उतरते ही चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनका बैग चेक करना शुरू कर दिया। इस पर उद्धव ने वीडियो बनाते हुए कहा कि उनके बैग की जांच करना ठीक है, लेकिन मोदी और शाह का बैग भी चेक होना चाहिए। उद्धव ने अधिकारियों से कहा कि आप लोग मेरा बैग तो चेक करो लेकि जब पीएम मोदी और दूसरे नेता तो उनका बैग चेक करने बजाय अपनी 'पूंछ' नहीं झुका लेना। जो भी जांच करनी है, बिना किसी दबाव के करनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर वीडियो से गरमाया मुद्दा
उद्धव ठाकरे ने इस पूरे मामले का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। वीडियो में वे अधिकारियों से सवाल करते नजर आए कि क्या अब तक मोदी, शाह या अन्य बड़े नेताओं का बैग चेक किया गया है। उद्धव ने कहा कि जांच करने का तरीका सभी के लिए एक समान होना चाहिए, चाहे वह कोई भी नेता हो। उद्धव ने यह भी कहा कि वह इस वीडियो को जारी करेंगे और लोगों को बताएंगे कि जांच किस तरह होनी चाहिए।
संजय सिंह का समर्थन, भाजपा पर साधा निशाना
आप (AAP) सांसद संजय सिंह ने उद्धव ठाकरे का समर्थन करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किसी की हिम्मत नहीं थी कि बालासाहेब ठाकरे की पार्टी के साथ दुर्व्यवहार कर सके। संजय सिंह ने सवाल उठाया कि क्या विपक्ष के नेताओं को प्रचार करने का अधिकार नहीं है? उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष को दबाने के लिए इस तरह की हरकतें कर रही है।
महाराष्ट्र में चुनावी माहौल में बढ़ी तनातनी
उद्धव ठाकरे का बयान महाराष्ट्र के राजनीतिक माहौल को और गरमा रहा है। चुनाव नजदीक होने के कारण शिवसेना (UBT) और बीजेपी के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं।
शिंदे गुट ने राउत के आरोपों को बताया बेतुका
शिंदे गुट के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने संजय राउत पर बिना आधार वाले आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिंदे के बैग की भी जांच हुई थी, और उन्होंने इस पर किसी प्रकार का विवाद नहीं खड़ा किया। हेगड़े ने यह भी कहा कि ठाकरे गुट सिर्फ मीडिया में सनसनी फैलाने की कोशिश कर रहा है। उनका मानना है कि यह मुद्दा सिर्फ चुनावी लाभ के लिए उठाया गया है।
उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों से पूछे सवाल
उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों से भी सवाल किए कि जब बड़े नेता महाराष्ट्र में प्रचार के लिए आएंगे, तो क्या उनके बैग भी चेक किए जाएंगे। ठाकरे ने चुनावी रैली में कहा कि वे अपने बैग की जांच पर ऐतराज नहीं करते, लेकिन यह जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। सरकार में पैसे का लेन-देन हो रहा है, और इसे नजरअंदाज किया जा रहा है।
भ्रष्टाचार और चुनाव में पैसे का इस्तेमाल
संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र में पैसे का इस्तेमाल कर वोट खरीदे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और सत्ताधारी पार्टी के बड़े नेताओं की कारों और हेलिकॉप्टर में पैसों की लेन-देन की जा रही है। राउत ने इसे चुनाव के दौरान एक बड़ा मुद्दा बताया और निष्पक्ष जांच की मांग की।
20 नवंबर को मतदान, नतीजे 3 दिन बाद
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और नतीजे तीन दिन बाद घोषित किए जाएंगे। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT), कांग्रेस, और एनसीपी (शरद पवार) के साथ मिलकर बीजेपी और शिंदे गुट के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।