Rajasthan: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में सावित्री बाई फुले गर्ल्स हॉस्टल में एक अधिकारी के तीन दिनों से ठहरने की सूचना मिली थी। जिसके बाद मंगलवार की रात एबीवीपी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को तुरंत हॉस्टल से बाहर कराया। इसकी जानकारी जिला कलेक्टर से भी की गई। यह घटना सुंधरा विहार इलाके की है।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए अधिकारी को तुरंत हॉस्टल छोड़ने के निर्देश दिए। बता दें, हॉस्टल में 40 स्कूली छात्राएं रहती हैं। समाज कल्याण विभाग के 3 पुरुष हॉस्टल होने के बावजूद अधिकारी गर्ल्स हॉस्टल में रुके हुए थे। अधिकारी के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

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एबीवीपी के सदस्यों ने बताया कि मौके पर पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद हॉस्टल गेट पर आवाज लगाई, आवाज लगाने पर वार्डन गेट पर आए। उनसे अधिकारी के बारे में पूछा गया तो बताया कि जिला अधिकारी यहां रुके हुए हैं। इस दौरान मोबाइल कैमरा चालू कर हॉस्टल के अंदर घुसकर अधिकारी को पकड़ा। 

हॉस्टल के अंदर पकड़ा गया अधिकारी
हॉस्टल के अंदर पकड़ा गया अधिकारी खुद को समाज कल्याण का डिप्टी डायरेक्टर अशफाक खान बताया। उसने हॉस्टल निरीक्षण की बात कही। जब उससे पूछा गया कि 3 दिन से हॉस्टल में ठहरे हैं तो उसने घुमावदार जवाब देने लगा। कभी ट्रांसफर होकर आने तो कभी कमरा नहीं मिलने की बात कही।

कार्रवाई की मांग
इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मौके से ही जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को फोन कर इस घटना की सूचना दी। कलेक्टर ने अधिकारी के गर्ल्स हॉस्टल में ठहरने पर नाराजगी जताते हुए तुरंत बाहर निकलने के निर्देश दिए। कार्यकर्ताओं ने अधिकारी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।