Jaipur LPG Tanker Blast: राजस्थान की राजधानी जयपुर में 20 दिसंबर को LPG टैंकर में ब्लास्ट हुआ। अजमेर रोड पर DPS स्कूल के पास हुए हादसे में 4 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए। 11 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। ब्लास्ट में गंभीर रूप से झुलसे युवती सहित 2 लोगों की बुधवार (25 दिसंबर) को सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल में मौत हो गई। मरने वालों की कुल संख्या 17 हो गई है। गंभीर रूप से झुलसे 16 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।
जानें कैसे हुआ था हादसा
20 दिसंबर को सुबह 5.44 बजे जयपुर-अजमेर हाईवे पर एलपीजी से भरे टैंकर और ट्रक की टक्कर हुई। गैस रिसी और स्पार्क की वजह से तेज धमाके के साथ आग लग गई। पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। 4 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ती चली गई। अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को सुबह 4 बजे विजेता (22) प्रतापगढ़ (राजस्थान) निवासी और विजेंद्र (36) पावटा (जयपुर) के पास भुरीबड़ाज निवासी ने दम तोड़ दिया है।
अब तक इन लोगों की हुई है मौत:
- विजेता - उम्र: 25 वर्ष
- विजेंद्र - उम्र: 30 वर्ष
- सुमन - उम्र: 28 वर्ष
- किरण - उम्र: 35 वर्ष
- राजेश - उम्र: 40 वर्ष
- नीरज - उम्र: 32 वर्ष
- सुरेश - उम्र: 45 वर्ष
- कमल - उम्र: 50 वर्ष
- सीमा - उम्र: 29 वर्ष
- मोहन - उम्र: 38 वर्ष
- पंकज - उम्र: 27 वर्ष
- राधिका - उम्र: 24 वर्ष
- दीपक - उम्र: 31 वर्ष
- शिवानी - उम्र: 26 वर्ष
- अजय - उम्र: 36 वर्ष
- कुंवर सिंह - उम्र: 55 वर्ष
- एक अज्ञात व्यक्ति - उम्र: अभी ज्ञात नहीं
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दो मरीज अभी भी वेंटिलेटर पर हैं
फिलहाल इस ब्लास्ट में जख्मी हुए 2 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। कुल मिलाकर हादसे के शिकार16 लोगों का इलाज चल रहा है।अब तक 5 मरीजों को अस्पताल से छुट़्टी दी जा चुकी है। इनमें से 3 मरीजों को बीते सोमवार को और 2 को बीते मंगलवार को अस्पताल से घर जाने की इजाजत दे दी गई। अभी दो मरीजों की हालत गंभीर है, ऐसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ने के आसार हैं।
टैंकर से लीक हुई थी 18 टन गैस
बता दें कि 20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर यू टर्न ले रहा ट्रक एलपीजी टैंकर से टकरा गया था। गेल इंडिया लिमिटेड के फायर एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के डेप्युटी जनरल मैनेजर सुशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि टक्कर के बाद गैस टैंकर के 5 नोजल टूट गए थे। इसकी वजह से करीब 18 टन गैस लीक हो गई। धमाके के बाद पूरा इलाका आग के गोले में बदल गया। जहां पर हादसा हुआ उसके करीब 200 मीटर की दूरी पर एक और टैंकर था, हालांकि, अच्छी बात यह रही कि आग दूसरे टैंकर तक नहीं पहुंची।