Logo
Kota student suicide: राजस्थान के कोटा में दुखद घटना हो गई। शुक्रवार (20 दिसंबर) को जेईई की तैयारी कर रहे स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। बिहार के छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

Kota student suicide: राजस्थान के कोटा में दुखद घटना हो गई। शुक्रवार (20 दिसंबर) को जेईई की तैयारी कर रहे स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। बिहार के छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र की मौत की सूचना पर परिजन कोटा पहुंचे। छात्र का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है। फिलहाल सुसाइड के कारण सामने नहीं आए हैं। घटना विज्ञान नगर थाना क्षेत्र की है। 11वीं के छात्र ने खुदकुशी क्यों की? कारण जानने पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। 

8 माह पहले बिहार से कोटा आया था मयंक 
जानकारी के मुताबिक, बिहार के वैशाली निवासी मयंक सिंह 8 महीने पहले की कोटा में जेईई की तैयारी करने आया था। 11वीं का छात्र मयंक रोड नंबर-5 इलाके में वेलकम प्राइम हॉस्टल में रहता था। छात्र ने कमरे में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। छात्र ने फोन नहीं उठाया तो परिजनों ने हॉस्टल संचालक को फोन किया। शुक्रवार सुबह स्टाफ ने कमरे में जाकर देखा तो गेट बंद था। आवाज देने पर भी गेट नहीं खुला। स्टाफ ने गेट तोड़ तो अंदर छात्र का शव फंदे से लटका मिला। 

कमरे में हैंगिग डिवाइस लगा मिला 
छात्र के सुसाइड सूचना मिलते पर पुलिस हॉस्टल पहुंची। छानबीन में पुलिस को हॉस्टल के कमरे में हैंगिग डिवाइस लगा हुआ मिला। सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। सूचना मिलने पर परिजन कोटा पहुंच गए हैं। छात्र का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि छात्र बच्चा खुद को पढ़ने में कमजोर मानता था। परिजनों को भी ये बात पता थी। उसकी अटेंडेंस भी कम थी। स्टूडेंट अपने दादा और पिता से ज्यादा बात करता था। फिलहाल पुलिस परिजन और छात्र के साथियों और हॉस्टल संचालक से पूछताछ कर रही है। 

इसे भी पढ़ें: कोटा में फिर सुसाइड: NEET स्टूडेंट ने पंखे पर फंदा लगाकर दे दी जान, 

5 साल में 100 से ज्यादा बच्चों ने की खुदकुशी 
कोटा में स्टूडेंट के सुसाइड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले 5 साल में 100 से ज्यादा बच्चों ने खुदकुशी की है। हाल में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला छात्र आशुतोष चौरसिया (20) कोटा ने फांसी लगाकर मौत को लगे लगाया था। कोटा में 2018 से 2024 तक 103 छात्रों ने खुदकुशी की है। 2024 में 15 छात्रों ने मौत को लगे लगाया है। 2023 की बात करें तो 25 स्टूडेंट्स ने आत्महत्या की है। 2022 में 15, 2019 में 28 और 2018 में 20 स्टूडेंट्स ने पढ़ाई के तनाव या अन्य किसी न किसी कारण से मौत को लगे लगाया है। 

5379487