Boat capsized in Varanasi: वाराणसी के गंगा घाट पर शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। महान घाट के सामने एक छोटी नाव और बड़ी मोटरबोट की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि छोटी नाव गंगा में डूब गई। नाव पर 60 लोग सवार थे। गंगा की लहरों में डूबने का डर सभी के चेहरों पर साफ दिख रहा था। इसी बीच बड़ी नाव के नाविकों ने तेजी दिखाते हुए छोटी नाव में सवार यात्रियों को अपनी नाव में शिफ्ट कर लिया। घटना की सूचना मिलते ही जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और सभी को सुरक्षित निकाल लिया।
तेज रफ्तार में थी नाव, संतुलन बिगड़ने से हुआ हादसा
जल पुलिस के मुताबिक, यह हादसा तब हुआ जब छोटी मोटरबोट अस्सी घाट से 10 यात्रियों को लेकर मणिकर्णिका घाट की ओर लौट रही थी। नाव काफी तेज गति में थी। इसी दौरान सामने से आ रही बड़ी मोटरबोट से उसकी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि छोटी नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह धीरे-धीरे डूबने लगी। गनीमत रही कि बड़ी नाव के चालक ने तेजी दिखाते हुए डूबती नाव के यात्रियों को बचा लिया। इस घटना के बाद घाटों पर नाविकों और यात्रियों में भय का माहौल बन गया।
जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची
हादसे की सूचना मिलते ही जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, इस घटना ने गंगा में नाव संचालन की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जल पुलिस ने नाविकों से पूछताछ शुरू कर दी है। हादसे के बाद प्रशासन ने घाटों पर चेतावनी जारी कर दी है। खासकर नाविकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी नावों में क्षमता से अधिक यात्रियों को न बैठाएं और सभी यात्रियों के लिए लाइफ जैकेट अनिवार्य करें।
सुरक्षा नियमों का पालन नहीं तो जब्त होगी नाव
जल पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अब घाटों पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी नहीं की जाएगी। नाविकों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई भी नाव बिना लाइफ जैकेट के यात्रियों को ले जाती पाई गई तो नाव जब्त कर ली जाएगी। गंगा में बढ़ती नाव दुर्घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने कड़े कदम उठाने की बात कही है। सभी घाटों पर सुरक्षा घोषणाएं की जा रही हैं ताकि लोग सतर्क रहें। अधिकारियों का कहना है कि गंगा में नाव संचालन के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
हादसे के बाद यात्रियों में डर, प्रशासन सतर्क
इस हादसे के बाद गंगा में नाव यात्रा करने वाले पर्यटकों में डर का माहौल बन गया है। कई लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि गंगा में चलने वाली सभी नावों की नियमित जांच होनी चाहिए। प्रशासन भी इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नाविकों की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जल पुलिस लगातार निगरानी कर रही है कि कोई भी नाविक सुरक्षा नियमों का उल्लंघन न करे। इस घटना ने नाव संचालकों और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी का काम किया है।