UP News: लखनऊ में एक डॉक्टर के 'डिजिटल अरेस्टट' का मामला सामने आया है। डॉक्टर सौम्या गुप्ता के साथ 85 लाख रुपए की ठगी की गई है। हालांकि पुलिस ने सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर भी कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मास्टरमाइंड MCA पास है। जानिए क्या है पूरा मामला ?
डॉक्टर सौम्या गुप्ता जो लखनऊ के KGMU में पदस्थ हैं। उन्हें एक ठग देवाशीष ने खुद को कस्टम ऑफिसर बताते हुए कॉल किया और उनसे फर्जी कागजात होने के साथ ही ड्रग होने की बात कही। इतने में डॉक्टर सौम्य डरकर उसके झांसे में आ गई और 2 घंटे के अंदर ही 85 लाख रुपए ट्रांसफर कर दी। आरोपी ने महिला डॉक्टर को CBI ऑफिसर बनकर जेल भेजने की धमकी भी दी। इसके बाद वह सौम्या को 10 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
डॉक्टर ने पुलिस शिकायत में बताया
डॉक्टर सौम्या ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा कि मेरे पास 15 अप्रैल को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। उस व्यक्ति ने एक कार्गो पार्सल बुक होने की बात कही और बताया कि इसमें आपत्तिजनक सामान है। कॉल के दौरान ही उसने 'डिजिटल अरेस्ट' कर कई अपने बताए हुए खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिए। उसने बताया था कि आपके कार्गो में नकली पासपोर्ट, एटीएम कार्ड और 140 ग्राम MDM ड्रग्स है। जिसके बाद मैं घबरा गई और उसकी बातों पर भरोसा कर लिया।
इसके कुछ ही देर बाद कस्टम ऑफिसर ने दूसरे व्यक्ति से बात कराया उसने अपने आप को सीबीआई ऑफिसर बताकर धमकी दी और कहा कि यदि आपने सही जानकारी नहीं दी तो आपको पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। इसके बाद मैं डरकर उसके बताए हुए बैंक खाता में रुपए ट्रांसफर कर दिए।
साइबर पुलिस ने बताया
इस मामले को लेकर साइबर थाना प्रभारी बृजेश कुमार ने बताय कि डॉक्टर ने 10 दिन डिजिटली अरेस्ट होने के वाबजूद भी वह किसी से कुछ शेयर नहीं की। हालांकि जिस बैंक खाते में आरोपी ने पैसे ट्रांसफर किए हैं। वहां के बैंक मैनेजर ने शक के आधार पर खाता फ्रीज कर दिया। लेकिन पुलिस ने बैंक की डिटेल्स के आधार पर आरोपी तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।