MP Babu Singh Kushwaha: उत्तरप्रदेश के लखनऊ से बड़ी खबर है। जौनपुर से सपा सांसद बाबू सिंह कुशवाहा खिलाफ ED ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को लखनऊ में कानपुर रोड पर बाबू सिंह कुशवाहा की करोड़ों की संपत्ति जब्त की है। ईडी स्कूटर इंडिया के सामने की जमीन से निर्माण तोड़ने के लिए बुलडोजर साथ लेकर पहुंची। बता दें कि सपा सांसद के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है।
इस घोटाले में फंसे हैं बाबू सिंह
जानकारी के मुताबिक, 'मायावती सरकार' में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन(NRHM)घोटाले में बाबू सिंह कुशवाहा भी आरोपी हैं। बाबू सिंह कुशवाहा इस मामले में जेल भी जा चुके हैं। 2010 में सामने आए इस घोटाले में बाबू सिंह कुशवाहा फंसे हुए हैं। मामले की जांच ईडी कर रही है। इसी को लेकर ईडी ने बाबू सिंह कुशवाहा की जमीन जब्त करने की कार्रवाई की है।
जानें कौन हैं बाबू सिंह कुशवाहा
बाबू सिंह कुशवाहा का जन्म 7 मई 1966 को बांदा के पखरौली गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। 1985 में स्नातक किया। अप्रैल 1988 में बसपा संस्थापक कांशीराम के संपर्क में आए थे। कांशीराम ने बाबू सिंह को दिल्ली बुला लिया। यहीं से बाबू सिंह के राजनीतिक जीवन की शुरुआत हो गई थी। 1993 में बाबू सिंह बांदा के जिला अध्यक्ष बने। 2003 में उन्हें बसपा सरकार में पंचायती राज मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी।
दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके
2007 में बहुजन समाज पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर बाबू सिंह कुशवाहा को खनिज, नियुक्ति और सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिए गए थे। बाद में बाबू सिंह को परिवार कल्याण विभाग भी सौंपा गया। कुशवाहा 27 साल तक बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य थे और दो बार कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
कृपा शंकर को हराकर बने सांसद
गंभीर आरोप लगने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके बाद बाबू सिंह कुशवाहा ने 2016 में राजनीतिक दल जन अधिकार पार्टी का गठन किया था। फिर बाबू सिंह कुशवाहा ने सपा का दामन थाम लिया। सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को जौनपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ाया। बाबू सिंह कुशवाहा बीजेपी के कृपा शंकर सिंह को 99 हजार से ज्यादा के वोटों से हराकर सांसद बने।