Sambhal Baori Excavation: उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिर के बाद अब प्राचीन बावड़ी मिली है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सुबह से इसकी खुदाई करा रहे हैं। चंदौसी क्षेत्र में मिली यह बावड़ी काफी पुरानी है। आसपस के लोगों ने इसे पूरी तरह से भाठकर कब्जा कर लिया था।
#WATCH | Uttar Pradesh | Excavation work begins at an age-old Baori located in the Chandausi area of Sambhal pic.twitter.com/tEb7TEvFWc
— ANI (@ANI) December 22, 2024
बावड़ी का 210 वर्ग मीटर हिस्सा ही बाहर
डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि यह मामला शनिवार को जनसुनवाई के दौरान हमारे संज्ञान में आया था। नगर पालिका की टीम ऊपरी मिट्टी हटा रही है। बावड़ी का 210 वर्ग मीटर हिस्सा बाहर है। जबकि, शेष ऐरिया में कब्जा है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
#WATCH | Uttar Pradesh: Sambhal DM Dr Rajender Pensiya says, "... This matter was brought to our notice yesterday during the public hearing. The Nagar Palika team is removing the topsoil. At present only 210 square meters are outside and the rest is occupied. Action will be taken… https://t.co/GPGizmZbBV pic.twitter.com/UAq2o80Gio
— ANI (@ANI) December 22, 2024
बावड़ी को करेंगे पुनर्स्थापित: आयुक्त
चंदौसी नगर निगम के आयुक्त कृष्ण कुमार सोनकर ने बताया कि जैसे ही हमें पता चला कि यहां एक बावड़ी स्थित है। हमने खुदाई का काम शुरू कर दिया। हम इसे पुनर्स्थापित करने का प्रयास करेंगे।
#WATCH | Sambhal, UP | Executive Officer, Municipal Corporation Chandausi, Krishna Kumar Sonkar says, "As soon as we came to know that there is a Baori here we started the excavation work here... We will try our best to restore this..." https://t.co/DN5U1XPPvK pic.twitter.com/b1IHq3M11N
— ANI (@ANI) December 22, 2024
लगभग 28 बीघा है बावड़ी का क्षेत्र
नगर आयुक्त ने बताया कि लक्ष्मणगंज मोहल्ले में लगभग 28 बीघा का बावड़ी का यह क्षेत्र रहा है। अभी तो पूरे में कब्जा है। प्रशासन के सहयोग से हम इसे अतिक्रमण मुक्त कराते हुए पुर्नस्थापित करेंगे। अभी खुदाई का कार्य चल रहा है। जैसे-जैसे खुदाई होगी, बावड़ी का स्वरूप बाहर आता जाएगा।