Etawah Crime News: जंगल में गड़े हुए खजाने को पाने के लिए तांत्रिक ने दो साथियों के साथ मिलकर आठ साल के बच्चे का अपहरण किया। पूजा-पाठ करने के बाद बच्चे का चाकू से सिर काट दिया। इसके बाद बच्चे के शव को झाड़ियों में फेंक दिया। बच्चे का गला कटा शव कचरे के ढेर में मिलने के बाद गांव में कोहराम मच गया। एक माह बाद दर्दनाक हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलास किया है। घटना इटावा के जसवंतनगर थाना क्षेत्र में सिरसा गांव की है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जानें पूरी घटना: कचरे के ढेर में शव मिलने से हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, सिरसा गांव के मड़ैया निवासी मुलायम सिंह का बेटा ओमजी उर्फ लकड़ो 14 अप्रैल को गांव के बच्चों के साथ खेलने निकला था। बच्चा काफी देर तक वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया। कोई जानकारी नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी।पुलिस ने भी बच्चे की तलाश की लेकिन कोई पता नहीं चला।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
19 अप्रैल को मुलायम के घर से 500 मीटर की दूरी पर जंगल में एक गड्ढे में ओम का गला कटा शव कचरे के ढेर में दबा मिला। इस घटना से गांव में कोहराम मच गया था। ओमजी के परिवार वालों ने तीन आरोपियों पर बेटे की अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया। घटना के बाद पुलिस ने आगरा निवासी एक आरोपी लवकुश जोकि गिरफ्तार किया। इसके बाद मुख्य आरोपी मान सिंह जोकि ने खुद कोर्ट में सरेंडर कर दिया। तीसरे आरोपी गंगा सिंह को पुलिस ने बुध्वार को हत्या में इस्तेमाल छुरा सहित गिरफ्तार किया।
पूछताछ में किया सनसनीखेज खुलासा
आरोपी तांत्रिक मान सिंह ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसे पता चला कि जंगल में खजाना गड़ा है। उसे पाने के लिए पूजा करनी होगी। इसके लिए एक छोटे बच्चे की बलि देनी होगी। फिर उसने दो लोगों मान सिंह और लवकुश को खजाने का लालच देकर शामिल किया। तीनों ने गांव के ही मुलायम सिंह के बेटे ओमजी का अपहरण किया और रात में बच्चे को लेकर जंगल गए और बच्चे की बलि दे दी।