Drone Attack on Israel linked merchant vessel: भारत आ रहे इजरायली जहाज पर ड्रोन से हमला हुआ है। जहाज को नुकसान पहुंचा है। हालांकि कोई शख्स हताहत नहीं हुआ। जहाज में क्रूड ऑयल लोड था। यह हमला किसने और क्यों किया? इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। फिलहाल इंडियन कोस्ट गार्ड (ICGS) विक्रम घटनास्थल की तरफ रवाना हो गया है। जिस जगह हमला हुआ, वह पोरबंदर से 217 समुद्री मील की दूरी पर है। बताया जा रहा है कि जहाज पर 20 भारतीय क्रू मेबर्स भी हैं।
मेंगलुरु जा रहा था जहाज
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, जहाज सऊदी अरब से मेंगलुरु जा रहा था। हमले के बाद जहाज पर आग लग गई थी। जिसे काबू कर लिया गया है। जहाज पर लाइबेरिया का झंडा था। इसका इजराइल से संबंध बताया जा रहा है। ब्रिटिश सेना की यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस और समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा कि जहाज को कुछ नुकसान भी पहुंचा है। जहाज से आखिरी बार सऊदी अरब को फोन किया गया था और उस समय वह भारत आ गई थी।
Indian Coast Guard ship ICGS Vikram is moving towards a merchant vessel MV Chem Pluto in the Arabian Sea 217 nautical miles off Porbandar cost after it reported a fire incident suspected to be caused by a drone attack. The vessel has crude oil and was going towards Mangalore from… pic.twitter.com/a8JQevOn1Z
— ANI (@ANI) December 23, 2023
हमले का जिम्मेदार कौन है?
ड्रोन अटैक की जिम्मेदारी का तत्काल रूप से किसी ने नहीं ली है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि पिछले महीने हिंद महासागर में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने ड्रोन से हमला कर एक इजरायली मालवाहक जहाज को नष्ट कर दिया था।
इंडियन नेवी का सर्विलांस प्लेन मदद के लिए पहुंचा
इंडियन नेवी के P-8I सर्विलांस प्लेन विमान को समुद्र के बीच में फंसे इजरायली जहाज की मदद के लिए पहुंचा। इस सर्विलांस प्लेन ने गोवा स्थित आईएनएस हंसा नौसैनिक हवाई अड्डे से उड़ान भरी। इसने संकटग्रस्त जहाज एमवी केम प्लूटो के साथ संचार बनाया और इसकी मदद के लिए पहुंचा।
#WATCH | Visuals of the MV Chem Pluto taken by the Indian Coast Guard’s Dornier maritime surveillance aircraft in the Arabian Sea after it was hit by a suspected drone which led to fire on it. https://t.co/6Zsmz39JQu pic.twitter.com/zdP4TjI8Cn
— ANI (@ANI) December 23, 2023
लाल सागर में ड्रोन हमलों के बारे में क्या?
इजराइल-हमास युद्ध के बाद ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में ड्रोन और मिसाइल हमले बढ़ गए हैं। हूती विद्रोही हमास का समर्थन करते हैं। जिसके कारण वे इजरायल से जुड़े व्यापारिक शिप को निशाना बना रहे हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, हमलों के चलते जहाजों को रास्ता बदलने और अफ्रीका के दक्षिणी सिरे के आसपास लंबा रास्ता अपनाने के लिए मजबूर कर दिया है। व्हाइट हाउस ने कहा कि ईरान लाल सागर में व्यापारिक जहाजों के खिलाफ अभियानों की योजना बनाने में गहराई से शामिल है।
Indian Navy warships in the vicinity are also moving towards the merchant ship MV Chem Pluto in the Arabian Sea outside Indian EEZ: Indian Navy Officials pic.twitter.com/KgRYAvRdQ3
— ANI (@ANI) December 23, 2023
भूमध्य सागर में ईरान का खतरा
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक कमांडर ने कहा कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगी गाजा में क्राइम जारी रखते हैं तो भूमध्य सागर को बंद किया जा सकता है। रॉयटर्स के अनुसार ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा नकदी ने कहा कि वे जल्द ही भूमध्य सागर, जिब्राल्टर और अन्य जलमार्गों के बंद होने का इंतजार करेंगे।