Elon musk on George Soros: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खरबपति जॉर्ज सोरोस को प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया। लेकिन टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इसकी कड़ी आलोचना की। उन्होंने बाइडेन के इस फैसले पर खुलकर नराजगी व्यक्त की। मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर कहा कि यह हास्यास्पद है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोरोस को मेडल ऑफ फ्रीडम दिया।

एलन मस्क ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एलन मस्क कह रहे हैं कि मेरे विचार से जॉर्ज सोरोस मूल रूप से मानवता से ही नफरत करते हैं। वो तो ऐसी चीजें कर रहे हैं जो सभ्यता के ताने-बाने को खत्म कर रहा है।

उसी वीडियो पोस्ट पर कमेंट करते हुए मस्क लिखते हैं कि यह हास्यास्पद है कि बाइडेन सोरोस को स्वतंत्रता पदक दे रहे हैं।

विवादों पर क्या बोले जो बाइडेन
राष्ट्रपति बाइडेन ने पुरस्कार विजेताओं का बचाव करते हुए कहा कि ये सभी उभरते हुए लीडर हमारे देश और दुनिया के लिए असाधारण योगदान देते हैं। ये अमेरिका के मूल्यों की रक्षा करते हैं।

जॉर्ज सोरोस को 'लोकतंत्र, मानवाधिकार, शिक्षा और सामाजिक न्याय को मजबूत करने वाली वैश्विक पहलों' के लिए सम्मानित किया गया।

भारत में भी जॉर्ज सोरोस की चर्चा
जॉर्ज सोरोस भारतीय राजनीति में भी चर्चा का कारण बने हैं। दिसंबर में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पार्टी पर सोरोस और उनके संगठनों से जुड़े होने का आरोप लगाया। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस विदेशी  ताकतों के साथ मिलकर भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।

हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ और कई बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

सोरोस का वैश्विक विवाद
सोरोस की संस्था ओपन सोसाइटी फाउंडेशन पर हंगरी और रूस जैसे देशों में भी विदेशी हस्तक्षेप का आरोप लगाया गया है। उनकी पहलों को कई बार स्थानीय सरकारों द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा है।