Josef Fritzl Case: ऑस्ट्रिया में अपनी ही मासूम बेटी को हैवानियत का शिकार बनाने वाला हैवान पिता करीब 16 साल बाद जेल से बाहर आने वाला है। इस शख्स का नाम जोसेफ फ्रिट्जल ( Josef Fritzl ) है। जोसेफ फ्रिट्जल ने अपनी ही बेटी एलिजाबेथ फ्रिट्जल के साथ 24 साल तक न सिर्फ दुष्कर्म किया बल्कि उसे दुनिया की नजरों से दूर एक तहखाने में कैद भी रखा। जोसेफ के इस घिनौने कृत्य की एक समय में दुनिया भर में आलोचना हुई थी।
18 साल की हुई तो बेटी को किया तहखाने में बंद
जोसेफ फ्रिट्जल ( Josef Fritzl ) की बेटी जब 11 साल की थी तब से ही उसका यौन शोषण शुरू कर दिया था। जब एलिजाबेथ 18 साल की हुई तो अपने ही घर के एक तहखाने में कैद कर दिया। इसके बाद सभी जगह यह खबर फैला दी कि उसकी बेटी धार्मिक संघ में शामिल होने के लिए घर से भाग गई है। इससे पहले एक बार एलिजाबेथ अपने घर से भाग गई थी। ऐसे में लोगों को यह यकीन भी हो गया कि जोसेफ सही कह रहा है। जोसेफ ने अपनी बात को सही साबित करने के लिए तहखाने में बंद अपनी बेटी से झूठा कबूलनामा भी लिखवाया। इसमें एलिजाबेथ ने लिखा था कि वह धार्मिक संगठन में शामिल होने के लिए घर छोड़ कर जा रही है।
कैसे किया तहखाने में कैद?
जोसेफ ने अपनी बेटी को कैद करके रखने की योजना बहुत पहले से शुरू कर दी थी। इसके लिए उसने अपने घर और बगीचे के बीच एक तहखाना बनवाया था। तहखाना बनकर तैयार होने के बाद जोसेफ ने दरवाजा बंद करने में मदद के लिए अपनी बेटी को बुलाया। जैसे ही वहां पहुंची, जोसेफ ने मौका पाते ही उसके मुंह पर ईथर से भींगा एक कपड़ा रख दिया। इसकी महक से एलिजाबेथ बेहोश हो गई। जिसके बाद उसने उसे तहखाने में कैद कर दिया। इसके बाद उस लड़की को 24 साल तक इस तहखाने से नहीं निकलने दिया।
तीन बच्चों को मां के साथ रखा कैद
एलिजाबेथ ने 42 साल की उम्र तक तहखाने में बंद रहने के दौरान अपने पिता की हैवानियत का शिकार होते हुए सात बच्चों को जन्म दिया। इनमें से एक बच्चे की जन्म होते ही मौत हो गई। तीन बच्चों को जोसेफ अपनी बेटी के साथ ही तहखाने में कैद रखा। वहीं तीन बच्चों को अपने घर में रखकर पालने लगा। जब उससे कोई पूछता कि ये किसके बच्चे हैं तो वह कहता कि कोई अनजान शख्स इन बच्चों को घर के बाहर छोड़ कर चला गया है। जोसेफ हैवानियत की हदें पार करते हुए कई बार तो एलिजाबेथ के बच्चों के सामने ही उसके साथ दुष्कर्म किया करता था।
कैसे सामने आया पूरा मामला
जोसेफ फ्रिट्जल ( Josef Fritzl ) की कारगुजारी साल 2008 में उजागर हुई। एलिजाबेथ की बेटी कर्स्टन बीमार पड़ गई। उसके बाद जोसेफ को उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। हालांकि, जब डॉक्टरों ने बुरी हालत देखी तो उन्हें कुछ शक हुआ। डॉक्टरों ने जिद पकड़ ली कि लड़की की मां को लेकर आओ। ऐसे में जोसेफ को एलिजाबेथ को तहखाने से निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा। एलिजाबेथ को डॉक्टरों के पास ले जाने से पहले जोसेफ ने उसे धमकी दी थी कि कुछ भी बोलने पर वह उसके बच्चों को मार देगा। एलिजाबेथ शुरुआत में कुछ भी बोलने से डर रही थी। हालांकि, जब पुलिस ने उसे हिम्मत दी तो उसने अपने हैवान पिता का एक-एक राज खोल दिया।
आखिर क्यों मिल रही है रिहाई
पुलिस ने जब एलिजाबेथ की कहानी सुनी तो सकते में आ गई। इसके बाद जोसेफ को गिरफ्तार कर मुदकमा चलाया गया, फिर जेल भेज दिया गया। ऑस्ट्रिया मीडिया के मुताबिक, इस साल जोसेफ को पैरोल पर रिहा किया जा सकता है। जोसेफ को उसकी साइकेट्रिक रिपोर्ट के आधार पर जेल से राहत मिलने की उम्मीद है। इस रिपोर्ट के मुताबिक जोसेफ अब पहले की तरह खतरनाक नहीं है, ऐसे में उसे जेल से बाहर जाने की इजाजत दी जा सकती है। जोसेफ के वकील उसकी रिहाई की तैयारियों में जुटे हुए हैं।