Nepal Buddha Boy arrested: नेपाल पुलिस ने अपने ही देश के एक धर्मगुरु राम बहादुर बोमजन को गिरफ्तार कर लिया है। बोमजन के भक्तों का मानना है वह भगवान बुद्ध का अवतार है। बोमजन का आश्रम नेपाल के पत्थरकोट शहर में है। 32 वर्ष के इस नेपाली धर्मगुरु को लोग बुद्धा बॉय के नाम से भी जानते हैं। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से करीब 3 करोड़ नेपाली रुपए मिले। इसके साथ ही दूसरे देश की करेंसी भी मिली। बोमजन पर अपने ही आश्रम की एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के आरोप हैं। इसके साथ ही अन्य दर्जनों मामले लंबित हैं।
पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की
बोमजन के आश्रम से कुछ लोगों के लापता होने की बात भी सामने आई थी। इसमें भी उसका हाथ होने की बात कही जाती है। वह लंबे समय से फरार था। कई सालों तक तलाश करने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। नेपाली मीडिया के मुताबिक पुलिस को मंगलवार की रात बोमजन के ठिकाने के बारे में पता चला। जब पुलिस उसे पकड़ने पहुंची तो उसने भागने की कोशिश की। बोमजन ने चौथी मंजिल से छलांग लगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। नेपाल पुलिस के सेंट्रल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (CIB) ने बोमजन को पकड़ने में मदद की।
तपस्वी राम बहादुर बम्जन भन्ने राम लाल बम्जन पक्राउ सम्बन्धमा (2080-09-25)
— Nepal Police (@NepalPoliceHQ) January 10, 2024
प्रेस विज्ञप्तिःhttps://t.co/4jibB1LU9T pic.twitter.com/ZJ7yHEKXds
साध्वी ने लगाए गंभीर आरोप
बोमजन पर एक 15 साल की साध्वी ने यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने पुलिस से की गई शिकायत में कहा था कि अगस्त 2016 में उसके साथ जघन्य वारदात को अंजाम दिया गया। उस समय वह आश्रम में ही रहती थी। उसने साध्वी को अपने कमरे में बुलाकर जबदरस्ती की। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो बोमजन ने उसे धमकी दी। उसे कहा कि अगर वह किसी से इस बात का जिक्र करेगी तो जान से हाथा धोना पड़ जाएगा। शुरुआत में साध्वी चुप रहीं लेकिन बाद में पुलिस के सामने बाेमजन का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया।
स्थानीय लोगोें में लोकप्रिय है बोमजन
बोमजन स्थानीय लोगों में लोकप्रिय है। ऐसा बताया जाता है कि उसने मात्र 14 साल की आयु में तपस्या शुरू कर दी थी। उसके बारे में यह भी कहा जाता है कि वह कई दिनों तक बिना खाए-पीए और सोए हुए तपस्या में लीन रह सकता है। बोमजन पर अपने आश्रम में रहने वाली साध्वियों के साथ मारपीट करने का भी आरोप है। पुलिस पूछताछ में उसने खुद ही बताया था कि साध्वी उसे तपस्या करने में तंग करती थी। इससे नाराज होकर वह साध्वियों के साथ मारपीट किया करता था।