North Korean Troops in Ukraine: यूक्रेन ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया के सैनिक रूस की सेना में शामिल हो रहे हैं। यूक्रेन के सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशंस एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ने इससे जुड़ा एक वीडियो भी साझा किया है। इस वीडियो में उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस की सेना से सामान और कपड़े लेते हुए देखा जा सकता है। सेंटर के प्रमुख इहोर सोलोवी ने कहा कि यह वीडियो उनके स्रोतों से प्राप्त हुआ है, लेकिन सुरक्षा कारणों से वे स्रोतों का खुलासा नहीं कर सकते।
उत्तर कोरियाई सैनिकों को मिल रहे रूसी यूनिफॉर्म
वीडियो में साफ दिखाई देता है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सेना द्वारा यूनिफॉर्म दिए जा रहे हैं। यूक्रेन के लिए यह वीडियो इसलिए अहम क्योंकि यह पहली बार है जब उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस की तरफ से युद्ध में शामिल होते हुए देखा गया है। इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि अब रूस को केवल हथियार और गोला-बारूद ही नहीं, बल्कि सैनिक भी उत्तर कोरिया से मिल रहे हैं। सेंटर का दावा है कि यह फुटेज हाल ही में एक रूसी सैनिक द्वारा रिकॉर्ड की गई है।
11 हजार उत्तर कोरियाई सैनिक युद्ध की तैयारी में
यूक्रेनी सैन्य प्रमुख किरिलो बुडानोव ने स्थानीय मीडिया से कहा कि रूस के पूर्वी क्षेत्र में लगभग 11 हजार उत्तर कोरियाई सैनिक युद्ध के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। बुडानोव ने बताया कि नवंबर तक ये उत्तर कोरियाई सैनिक युद्ध में शामिल होने के लिए पूरी तरह तैयार हो सकते हैं। इसके अलावा, कम से कम 2600 सैनिकों को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में तैनात करने की योजना है।
यूक्रेनी सेना के अफसरों ने जाहिर की चिंता
यूक्रेनी सेना के अफसरों ने एपी से बातचीत में कहा कि उत्तर कोरिया से रूस पहुंचे नए सैनिकों की संख्या चाहे कितनी भी हो, यह हमारे लिए मुश्किलें बढ़ाएगी क्योंकि हमें और अधिक हथियारों की जरूर होगी। इसके साथ ही अब साफ हो गया है कि अब दो देश आधिकारिक रूप से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल हो गए हैं। इससे निपटने के लिए हमें इंटरनेशनल कम्युनिटी से और मदद की जरूरत होगी।
ब्रिटेन की चिंता: चीन भी भेज सकता है सेना
उत्तर कोरियाई सैनिकों के रूस में शामिल होने के बाद ब्रिटेन में चिंता बढ़ गई है। अब यह आशंका जताई जा रही है कि चीन भी रूस को सैनिक भेज सकता है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने चीन को रूस की मदद नहीं करने की अपील की है। डेविड लैमी ने चीनी विदेश मंत्री से अनुरोध किया है कि चीन की कंपनियां रूसी सेना को उपकरण और हथियार उपलब्ध कराना बंद करें।
चीन-ब्रिटेन संबंध सुधारने की कोशिश
बता दें कि ब्रिटेन के पीएम लैमी इस समय चीन के दौरे पर हैं। लैमी चीन में ब्रिटिश-चीनी संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच हाल ही में जासूसी के आरोपों और यूक्रेन-रूस युद्ध में चीन के समर्थन को लेकर संबंध बिगड़ गए थे। लैमी ने चीन के उप प्रधानमंत्री डिंग शुएशियांग और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। बैठक में उन्होंने हांगकांग में मानवाधिकार मुद्दों और रूस-यूक्रेन युद्ध के मामलों पर चर्चा की।