Gold Card Visa Program: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नागरिकता पॉलिसी में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। मंगलवार (25 फरवरी) को उन्होंने वाशिंगटन डीसी में ‘गोल्ड कार्ड’नाम से नया वीजा प्रोग्राम शुरू करने का ऐलान किया। इसे खरीदने लिए 5 मिलियन डॉलर यानि 44 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। गोल्ड कार्ड अमेरिकी नागरिकता के लिए आसान रास्ता हो सकता है। 

अमेरिका में नागरिकता पाने वालों के लिए अभी EB-5 वीजा प्रोग्राम सबसे आसान रास्ता है। जो 1 मिलियन डॉलर यानि 8.75 करोड़ रुपए में मिल जाता था, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप अब करीब 5 गुना महंगा गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम ला रहे हैं। उन्होंने इसे EB-5 वीजा प्रोग्राम का बेहतर विकल्प बताया है। कहा, भविष्य में 10 लाख गोल्ड कार्ड बेचेंगे। 

गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम का उद्देश्य 
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम से जुड़े एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर कर दिए। साथ ही बताया कि यह वीजा कार्ड अमेरिकी नागरिकता के रास्ते खोलेगा। साथ ही नागरिकों को ग्रीन कार्ड जैसा स्पेशल राइट देगा। बताया कि जो लोग यह बीजा खरीदकर अमेरिका आएंगे, वह पर्याप्त टैक्स भी भरेंगे। इस प्रोग्राम राष्ट्रीय कर्ज के भुगतान में आसानी होगी। 

गोल्ड कार्ड वीजा के फायदे 
डोनाल्ड ट्रम्प के मुताबिक, अमेरिका में गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम अगले 2 हफ्ते में शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा, इससे न सिर्फ अमेरिका में विदेशी निवेश बढ़ेगा। बल्कि EB-5 से जुड़ी धोखाधड़ी और नौकरशाही पर भी लगाम लगेगी। इस दौरान ट्रम्प के साथ कॉमर्शियल सेक्रेटरी हॉर्वड लुटनिक भी मौजूद रहीं।

क्या है गोल्ड कार्ड, कैसे मिलेगा?
अमेरिका में अभी स्थायी रूप से रहने वालों के लिए ग्रीन कार्ड जरूरी होता है। इसके लिए EB-1, EB-2, EB-3 और EB-4 वीजा प्रोग्राम हैं, लेकिन सबसे उपयुक्त EB-5 वीजा प्रोग्राम माना जाता था, लेकिन 1990 से लागू इस व्यवस्था राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गोल्ड कार्ड से रिप्लेस करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गोल्ड कार्ड मिलने के बाद आप अमेरिका में कहीं रहकर काम या पढ़ाई कर सकते हैं। किसी कंपनी से बंधकर रहने की जरूत नहीं है। गोल्ड कार्ड प्राप्त करने में 4 से 6 माह का समय लग सकता है।