Venezuela Election Fraud: वेनेजुएला ने सोमवार को उन सात लैटिन अमेरिकी देशों के राजनयिक मिशनों को निष्कासित कर दिया, जिन्होंने राष्ट्रपति निकोलस मदुरो की चुनावी जीत पर गंभीर संदेह व्यक्त किया। इन देशों ने चुनाव में धांधली और चुनावी धोखाधड़ी (Venezuela Election Fraud)के आरोप लगाए थे। इन देशों के राजनयिक मिशनों को निष्कासित कर दिया गया है और वेनेजुएला ने अपने स्टाफ को भी इन देशों से वापस बुला लिया है।
देश में दखल देने का लगाया आरोप
मदुरो के विदेश मंत्री इवान गिल ने अर्जेंटीना, चिली, कोस्टा रिका, पेरू, पनामा, डोमिनिकन रिपब्लिक और उरुग्वे के राजनयिक कर्मियों के तत्काल प्रस्थान का आदेश दिया, इसे "दखल देने की कोशिश" (Interventionist Acts) करार दिया। वेनेजुएला सरकार ने एक बयान में कहा 'हमारे देश के खुद के फैसले लेने के अधिकार की रक्षा के लिए हमारे सभी कानूनी और राजनीतिक अधिकार सुरक्षित हैं।'
विपक्षी गठबंधन के दावों से शुरू हुआ विवाद
रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर चिंता व्यक्त करने के बाद यह कदम उठाया गया है, जिसमें मदुरो ने चुनावी परिषद के अनुसार 51.2 प्रतिशत मतों से जीत हासिल की। विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज उर्रुतिया और उनकी गठबंधन ने दावा किया कि उनके पास 73.2 प्रतिशत वोट हैं। इसके बाद से ही देश के आधिकारिक चुनाव नतीजों को लेकर बहस शुरू हो गई।
वेनेजुएला में इलेक्शन फ्रॉड के खिलाफ प्रदर्शन
वेनेजुएला में चुनाव नतीजों को जारी करने में हुई कथित धांधली के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। हजारों लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि देश के चुनावी नतीजे को प्रभावित किया गया है। लोग नुक्कड़ चौराहों पर यह सरकार गिरने वाली है कि नारे लगा रहे हैं। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस और रबर की गोलियां दागी।
चुनावी नतीजे पर दो धड़ों में बंटे लोग
वेनेजुएला में चुनावी नतीजों के ऐलान के बाद से ही लैटिन अमेरिका में लोग दो धड़ों में बंटे नजर आ रहे हैं। जहां कुछ लोग देश की सत्तारूढ़ मदुरो सरकार का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग मदुरो के खिलाफ हैं। पेरू ने काराकास से अपने राजदूत को बुला लिया है। वहीं, कोस्टा रिका के राष्ट्रपति रोड्रिगो चावेज ने कहा है कि वेनेजुएला में चुनाव परिणाम घोषित करने में धोखाधड़ी हुई है।
कई देशों ने की इलेक्शन की जांच कराने की मांग
चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने निकोलस मदुरो की जीत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बोरिक ने कहा है कि यह चुनावी नतीजा यकीन करने लायक नहीं है। वहीं, कोलंबिया के विदेश मंत्री लुइस गिल्बर्टो मुरिलो ने कहा है कि वेनेजुएला में राष्ट्रपति इलेक्शन में हुई धांधली की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। अर्जेंटिना के राष्ट्रपति जेवियर माईलेई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकाेल मदुरो को एक तानाशाह करार दिया।