Who is Kashyap Patel:अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बाद से कश्यप ‘कश’ पटेल का नाम चर्चाओं में है। रिपोर्ट्स के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने कश्यप पटेल को सीआईए का उप निदेशक बनाने का मन बना लिया है। कश्यप पटेल भारतीय मूल के हैं, जिनके माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से अमेरिका आकर बसे। कश्यप का जन्म न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था। उन्होंने अपने करियर में कई बड़ी जिम्मेदारियां निभाई हैं, जिनमें आतंकवाद विरोधी अभियान भी शामिल हैं।

कश्यप पटेल का क्या है गुजरात कनेक्शन
कश्यप पटेल को आमतौर पर "कश" पटेल के नाम से जाना जाता है। कश्यप पटेल का गुजरात से गहरा संबंध है। कश्यप पटेल के माता-पिता भारतीय हैं और उनका परिवार गुजरात के वडोदरा से ताल्लुक रखता है। पटेल के पिता ने 1970 के दशक में जब युगांडा में ईदी अमीन के शासन के दौरान उत्पीड़न का सामना करना पड़ा तो उगांडा से अमेरिका पहुचें। कश्यप पटेल के माता-पिता ने अपने जीवन के शुरुआतीर दिन पूर्व अफ्रीका में बिताया और बाद में अमेरिका में बस गए। 

कई अहम पदाें पर दे चुके है सेवाएं
कश्यप पटेल के पास कानून की डिग्री है और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानून का अध्ययन भी किया है। वह रक्षा मंत्रालय में एक्टिंग सेक्रेटरी के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर चुके हैं। इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण मिशनों का नेतृत्व किया। उनकी कार्यशैली और अनुभव के कारण ही उन्हें यह भूमिका दिए जाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। सीआईए में उन्हें उप निदेशक के पद पर नियुक्त किया जा सकता है।

आतंकवाद विरोधी अभियानों में निभा चुके हैं भूमिका
पटेल ने ट्रंप प्रशासन के दौरान आईएसआईएस और अल-कायदा के खिलाफ अभियानों का नेतृत्व किया। उन्होंने कई अमेरिकियों की बंधक से मुक्ति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में काउंटरटेररिज्म के वरिष्ठ निदेशक के तौर पर काम करते हुए पटेल ने इन अभियानों में अपनी छाप छोड़ी। ट्रंप के करीबी होने के कारण उन्हें उच्च पदों पर नियुक्ति के लिए योग्य समझा जा रहा है।

ट्रंप कई बार सार्वजनिक मंचों पर ले चुके हैं पटेल का नाम
रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उन्होंने कश्यप पटेल को सीआईए में उप निदेशक नियुक्त करने की योजना बनाई। ट्रंप ने उन्हें लेकर कई बार सार्वजनिक मंच पर बातें की हैं। उनके एक संबोधन में ट्रंप ने कहा था, "कश, तैयार हो जाओ।" पटेल की यह पदोन्नति उनके ट्रंप के प्रति समर्थन और वफादारी का प्रमाण मानी जा रही है। 

पब्लिक डिफेंडर के रूप में की करियर की शुरुआत
कश्यप पटेल ने अपने करियर की शुरुआत एक पब्लिक डिफेंडर के रूप में की थी। उन्होंने कई जटिल मामलों पर काम किया, जिनमें मर्डर और वित्तीय अपराध शामिल थे। इसके बाद वे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में शामिल हुए, जहां उन्होंने 2016 के चुनावों में रूसी हस्तक्षेप की जांच की। कश्यप को उनके साहसी और वफादार व्यक्तित्व के लिए पहचाना जाता है।