Neem Karoli Baba Tips: 20वीं सदी में नीम करोली बाबा जनमानस के बीच खूब विख्यात हुए। मरणोपरांत भी बाबा की ख्याति लगातार बढ़ती ही जा रही है। बाबा नीम करोली ने अपने जीवनकाल के दौरान जनमानस में अपने विचारों और ज्ञानपुंज से सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। यही कारण है कि, उत्तराखंड के नैनीताल स्थित बाबा नीम करोली के आश्रम कैंची धाम लोग हजारों की संख्या में दर्शन करने पहुंचते है। यहां बाबा के अलावा हनुमान जी का मंदिर भी है।
नीम करोली बाबा के दर्शनों से वंचित रह गए लोग उनके विचारों को अपने जीवन में उतारते है। ऐसा करने से उनके जीवन को एक सही दिशा प्राप्त होती है। एक ऐसा ही विचार है, जो बाबा नीम करोली ने ईश्वर के साथ जुड़ने को लेकर बताया। बाबा ने बताया कि, कैसे समझा जाए कि आपकी पूजा ईश्वर ने स्वीकार की है।
पूजा के दौरान आंसू आना है शुभ संकेत
(Tears during worship is a good sign)
नीम करोली बाबा कहते थे कि, यदि आप ईश्वर की पूजा में है। इस दौरान आपकी आंखों से अचानक से आंसू निकलने लगे तो समझ लीजिये, आपकी प्रार्थना भगवान ने स्वीकार कर ली है। पूजा के दौरान स्वतः ही भावुक हो जाना शुभ संकेत है। यह संकेत है कि, आपके घर-परिवार में ईश्वर कृपा बरसने वाली है।
पूजा के दौरान आंसू आने के बारे में तथ्य-
- - पूजा के दौरान आंसू आना आपकी भक्ति की गहराई और ईश्वर से जुड़ने का प्रतीक हो सकता है। यह शुभ संकेत है।
- - पूजा के दौरान रोना ईश्वर के प्रति आपके समर्पण और आपकी निश्छल भक्ति का प्रमाण प्रस्तुत करता है।
- - समस्याओं से घिरे जीवन के दौरान ईश्वर के सामने रोना पश्चाताप की भावना का भी संकेत हो सकता है।
- - कई बार हम भगवान भक्ति में लगे हुए उनसे जुड़ने की दिव्य अनुभूति करते है, जो हमें भावुक कर देती है।
- - सनातन धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि, ईश्वर की पूजा के दौरान आंसू आना, मन की शुद्धि का संकेत है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।