Car Tips: आजकल बाजार में कई कैटेगरी की गाड़ियां उपलब्ध हैं, जैसे- हैचबैक, सेडान और एसयूवी। इन कारों में फ्यूल कैटेगरी के मुताबिक, पेट्रोल या डीजल डलवाया जाता है। लेकिन कार चलाने वाले ज्यादातर लोग यह नहीं जानते हैं कि गाड़ी के टैंक में कितना फ्यूल या ईंधन रखना चाहिए। ऐसे में एक बड़ा वर्ग कार में केवल उतना ही फ्यूल भरवाता है, जितने की उसे जरूरत होती है। कार की टंकी में कितना फ्यूल रखना चाहिए? यह कई कारकों पर निर्भर करता है। आइए, जानते हैं कुछ अहम बातें...
1) मिनिमम फ्यूल लेवल:
रिजर्व लेवल से ऊपर: अपनी गाड़ी में यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि फ्यूल टैंक हमेशा रिजर्व लेवल से ऊपर हो। इससे नीचे फ्यूल जाने से फ्यूल पंप पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और यह खराब हो सकता है।
20% टैंक कैपेसिटी: सामान्य तौर पर यह सलाह दी जाती है कि पेट्रोल या डीजल टैंक कम से कम 20% भरा हो। इससे आपात स्थिति में फ्यूल की कमी से बचा जा सकता है।
2) डेली ड्राइविंग के लिए:
आधा टैंक: नियमित इस्तेमाल के लिए टंकी को आधी तक भरकर रखना एक अच्छा विचार है। यह आपको अचानक किसी भी सफर के लिए तैयार रखता है और आपको बार-बार फ्यूल स्टेशन पर जाने की जरूरत नहीं पड़ती है।
3) लंबी यात्रा के लिए:
फुल टैंक: लंबी यात्राओं पर जाने से पहले टंकी को पूरी तरह से भर लेना सबसे अच्छा होता है। इससे आपको बीच में फ्यूल भरने की चिंता नहीं करनी पड़ती और आप यात्रा का आनंद ले सकते हैं।
4) मौसम के अनुसार:
ठंड के मौसम में: सर्दियों में फ्यूल टैंक को ज्यादा खाली नहीं रखना चाहिए, क्योंकि कम फ्यूल होने पर कंडेनसेशन से पानी टंकी में जमा हो सकता है, जो इंजन के लिए नुकसानदेह हो सकता है। ठंड के मौसम में टंकी को अधिक भरा रखना बेहतर होता है।
5) आपात स्थिति में:
बैकअप फ्यूल: किसी आपात स्थिति के लिए हमेशा कार के टैंक में पर्याप्त फ्यूल रखें। अचानक किसी इमरजेंसी के दौरान या फ्यूल स्टेशन बंद होने की स्थिति में यह फायदेमंद हो सकता है।
(मंजू कुमारी)