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चीन सरकार सोमवार को वीवो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार अपने दो नागरिकों के समर्थन में खुलकर आगे आई। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने उन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराने की बात कही।

Vivo Money Laundering case: स्मार्टफोन कंपनी वीवो के मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसने के बाद अब चीन इसके बचाव में आगे आ गया है। चीन वीवो कंपनी में काम कर रहे अपने दो नागरिकों की मदद भी करेगा। यह दोनों स्टाफ फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में हैं। वीवो कंपनी के इन कमर्चारियों को चीन ने काउंसल एक्सेस मुहैया कराने का ऐलान किया है। इसके साथ ही भारत से कहा है कि चीन की कंपनियों के साथ भेदभाव न करे। 

क्या कहा चीन के विदेश मंत्री ने?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने सोमवार को इस मुद्दे पर चीन सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट की। माओ निंग ने कहा-हम इस मामले पर नजर रख रहे हैं। चीन सरकार चीनी कर्मचारियों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। चीन सरकार इनके कानूनी अधिकारों और हितों की रक्षा करेगी। 

मामले में हुई है चार गिरफ्तारियां
मामले में लावा कंपनी के एमडी समेत 4 लोगों को गिरफ्तारी किया जा चुका है। ED ने वीवो-इंडिया के अंतरिम सीईओ होंगे शुक्वान उर्फ टेरी, सीएफओ हरिंदर दहिया और सलाहकार हेमंत मुंजाल को हिरासत में लिया है। इन सभी पर धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत एक्शन लिया गया है। चीनी कंपनी वीवो पर आरोप है कि उसके अधिकारियों ने भारत में टैक्स चोरी की। उन्कहोंने अवैध ढंग से बड़ी रकम विदेश ट्रांसफर की।

मंगलवार को होगी चीनी आरोपियों की पेशी
वीवो इंडिया ने अपने कर्मचारियों की गिरफ्तारी को कोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है। जिन दो चीनी नागरिकों को चीन काउंसलर एक्ससे देगा उन्हें बीते शनिवार को दिल्ली कोर्ट में पेश किया गया था। इसके बाद उन्हें ED की हिरासत में भेज दिया गया। इन कर्मचारियों की अगली पेशी मंगलवार को है। दरअसल, दो महीने पहले भी इस मामले में 4 गिरफ्तारियां हुई थी। इसके बाद जैसे जैसे जांच आगे बढ़ी दोनों चीनी कर्मचारियों के भी गैरकानूनी ढंग से आर्थिक गतिविधियों में शामिल होने का पता चला और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। 

पहले इन चार की हुई गिरफ्तारी 
ईडी ने धन शोधन अधिनियम के अंतर्गत मोबाइल फोन निर्माता कंपनी लावा इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर हरिओम राय, चीनी नागरिक गुआंगवेन उर्फ एंड्रयू कुआंग और चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन गर्ग और राजन मलिक को गिरफ्तार किया था। फिलहाल चारों न्यायिक हिरासत में हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने इनके खिलाफ कुछ दिन पहले दिल्ली की विशेष पीएमएलए कोर्ट में आरोप-पत्र (चार्जशीट) दाखिल की थी।

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