भोपाल: मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव पर सहमति बन गई। भाजपा के एक नेता ने बताया कि 6 दिसंबर को मोहन यादव सड़क मार्ग से भोपाल से उज्जैन जा रहे थे। शाम करीब 7 बजे जब वे आष्टा पहुंचे, तब उन्हें तत्काल दिल्ली आने के लिए कहा गया। डॉ. यादव वापस भोपाल आए और रात 9 बजे की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे।
उनकी भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा से केवल 15 मिनट की मुलाकात हुई। अगले दिन यानी 7 दिसंबर को सुबह डॉ यादव भोपाल लौट आए। तब यह कयास लगाए जा रहे थे कि डॉ. यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। जैसे ही यादव में नाम पर मुख्यमंत्री के पद के लिए मुहर लगी, बड़ी संख्या में समर्थक और कार्यकर्ता भी पहुंचने लगे।
पटाखे और ढोल के साथ लोगों ने मनाया जश्न
माहौल सबके लिए हैरान कर देने वाला था, क्योंकि रेस में चल रहे नेताओं से अलग नाम मोहन यादव का आया। समर्थकों की भीड़ यादव के बंगले के बाहर पहुंच गई। किसी को भरोसा नहीं था कि मोहन यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। समर्थकों की भीड़ देखने के बाद स्टाफ में मौजूद लोगों ने मिठाई का इंतजाम किया। फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे पटाखे और ढोल के साथ लोगों ने जश्न मनाया।
स्वागत के लिए सजी आरती की थाली
विधायक आवास में मौजूद भाजपा विधायक भी पहुंचे। साथ ही बंगले के बाहर पुलिस भी पहुंच गई। डीसीपी क्राइम अतिकीर्ति सोमवंशी ने अधिकारियों को बुलाया। उनके साथ रिजर्व से जबान भी बुलाए गए। पीएचक्यू की ओर से इंटेलिजेंस के अफसर भी भेजे गए। सीएम के काफिले में शामिल कार भी पहुंच गई। बंगले की सुरक्षा को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस ने घेराबंदी शुरू कर दी।
इधर, समर्थक पहले से ही अंदर मौजूद थे। उन्हें किनारे किया गया और बंगले के आसपास जवान तैनात कर दिए। मोहन के स्वागत के लिए आरती की थाली भी सजी। कुछ के बाद बिजली की व्यवस्था कर हाईमास्क लाइटें भी लगाई गई।
शिवराज सिंह चौहान ने दी बधाई
मनोनीत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम हाउस में निवृतमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट की। डॉ. यादव का चौहान ने पुष्यगुक्छ से स्वागत किया और बधाई दी।
मनोनीत मुख्यमंत्री यादव से मिले सीएस और डीजीपी
मध्य प्रदेश के मनोनित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलने भोपाल के गेस्ट हाउस में नेताओं के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारी पहुंच रहे हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव वीरा राणा और डीजीपी सुधीर सक्सेना भी पहुंचे। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यादव से मिलें। प्रदेश में अब यह चर्चा है कि ब्यूरोकेसी में कौन अधिकारी मोहन यादव के निकट है। माना जा रहा है कि ब्यूरोकेसी में भी काफी बदलाव हो सकते है।
मार्च में वीरा राणा का रिटायरमेंट है। ऐसे में लोकसभा चुनाव भी नजदीक है। अभी राणा ने एमपी बोर्ड के चेयरमैन के पद से इस्तीफा नहीं। दिया है। संभवत: कुछ दिनों के बाद तीन अफसरों के नाम का पैनल डीओपोटी को भेजा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि सब कुछ अच्छा रहा तो अनुराग जैन सीएस बन सकते है।