SSC CGL 2024: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने 12 मार्च 2025 को संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा (SSC CGL) 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया। लेकिन रिजल्ट जारी होते ही कई अभ्यर्थियों ने नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया में गड़बड़ी और अंक गणना में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर विरोध शुरू कर दिया है।
अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर उठाई आवाज
रिजल्ट घोषित होने के बाद से X (पूर्व में ट्विटर) पर #SSC_CGL_2024 ट्रेंड कर रहा है, जहां अभ्यर्थी फाइनल आंसर की जारी करने और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
अभ्यर्थियों का आरोप:
जिन उम्मीदवारों के कच्चे अंक (Raw Marks) कम थे, उनके नॉर्मलाइजेशन के बाद अंक बहुत अधिक बढ़ गए। कुछ अभ्यर्थियों को बहुत कम बढ़त मिली, जबकि कुछ के अंक disproportionate तरीके से बढ़े।
आयोग को फाइनल आंसर की तुरंत जारी करनी चाहिए ताकि उम्मीदवार अपनी उत्तर कुंजी का मिलान कर सकें।
कई उम्मीदवारों ने की पारदर्शिता की मांग
एक उम्मीदवार ने ट्वीट किया, "नियुक्ति प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता बेहद जरूरी है। लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर नहीं लगाया जा सकता।" दूसरे उम्मीदवार ने लिखा, "SSC को तुरंत स्पष्टीकरण देना चाहिए कि आखिर कुछ अभ्यर्थियों के अंक इतनी अधिक मात्रा में कैसे बढ़े?"
एक अन्य यूजर ने SSC CGL 2024 के रिजल्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा, "कम अंक पाने वाले उम्मीदवारों के अंक अचानक नॉर्मलाइजेशन के बाद काफी ज्यादा हो गए। SSC को तुरंत आंसर की जारी करनी चाहिए।"
क्या है नॉर्मलाइजेशन विवाद?
SSC परीक्षाओं में कई शिफ्टों में परीक्षा होती है, इसलिए सभी शिफ्टों में कठिनाई स्तर को संतुलित करने के लिए नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई जाती है। लेकिन SSC CGL 2024 के परिणाम में कुछ उम्मीदवारों को अनुचित लाभ मिलने का आरोप लगाया जा रहा है।