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Aam ke Fayde: इन दिनों बाजार में कच्चे और पके आम खूब दिख रहे हैं। आम का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। इसकी वजह है कि इतना स्वादिष्ट  होने के साथ यह गुणकारी भी बहुत होता है। इसका अचार, चटनी, मुरब्बा, पना, शेक और शर्बत स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होता है।

Aam ke Fayde:  इन दिनों बाजार में कच्चे और पके आम खूब दिख रहे हैं। आम का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। इसकी वजह है कि इतना स्वादिष्ट  होने के साथ यह गुणकारी भी बहुत होता है। इसका अचार, चटनी, मुरब्बा, पना, शेक और शरबत स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होता है। हमारे देश में आम की सैकड़ों प्रजातियां पैदा होती हैं। इनमें से प्रमुख हैं- दशहरी, चौसा, तोतापुरी, अल्फांसो, हिमसागर, लंगड़ा, रसपुरी,बैगनपल्ली, सिंदूरा आदि।

रोग निवारक गुण
आम में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन कैंसर की आशंका को कम करने में सहायक है। इसमें मधुमेह रोधी गुण पाए जाते हैं। हृदय को मजबूत बनाता है। इसमें एंटी-एजिंग और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में आम बहुत उपयोगी है। इसमें मिलने वाले एंजाइम भोजन का शीघ्र पाचन करने में सहायक होते हैं।

मोटापे को रोकने में फायदेमंद
आम का सेवन मोटापे को रोकने में हितकर है। इसमें मिलने वाले रेशे शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मददगार होते हैं। इसमें मिलने वाला विटामिन ए, आंखों की रोशनी के लिए वरदान है। कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखने में भी आम का सेवन सहायक होता है। आम का गूदा फेसपैक की तरह चेहरे पर लगाने से धूप के दुष्प्रभाव से बचाव होता है।

आम शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। जिनकी याददाश्त (स्मरण शक्ति) कमजोर है, उनके लिए आम में मिलने वाला ग्लूटामिन एसिड बहुत उपयोगी है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी आम का सेवन बहुत लाभदायक है।

ऐसे करें सेवन

  • गर्मी के मौसम में अगर दोपहर में घर से बाहर जाना पड़े तो एक ग्लास आम का पना पीकर निकलेंगे तो धूप और लू से बचाव होगा, साथ ही पानी का स्तर भी संतुलित रहेगा। इसके लिए आम को आग में भूनकर पानी में मथ कर स्वाद के लिए मीठा और जरा-सा नमक मिलाकर पिएं। 
  • आम खाकर गुठली को फेंकने के बजाय इसको सुखाकर रखें। इस गुठली को फोड़कर अंदर से मिंगी (अंदर की गुठली) निकालकर साफ कर सिल-बट्टे पर दरदरा पीस कर चौथाई चम्मच चूर्ण जरा सा शहद मिला एक ग्लास पानी में मिलाकर पीने से दस्त में आराम मिलता है। यही गुठली ब्लड सर्कुलेशन को नियमित करती है और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। गुठली का चूर्ण शरीर के टॉक्सिन को बाहर करने में भी सहायक है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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