Relationship Tips: हर कोई कहता है कि ऑफिस और घर में एक बैलेंस बनाकर रखना जरूरी होता है। हालांकि इस बात को हकीकत में उतारना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। तेजी से बदले वर्क कल्चर में अब ऑफिस ही दूसरा घर बन गया है, वहीं घर हमारे वर्क प्लेस में तब्दील होने लगा है। घर पहुंचने के बाद भी ऑफिस से जुड़े मैसेज, मेल और असाइनमेंट इसमें ही ज्यादातर लोग उलझे रहते हैं। अगर घर में कोई प्रॉब्लम चल रही है तो वह ऑफिस तक पहुंच जाती है। अगर ऐसा लगातार होता रहे तो ये आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को पूरी तरह से बिगाड़ सकती है।
आप अगर चाहते हैं कि आपका काम और घर दोनों ही सही ढंग से चलते रहे तो निजी जिंदगी और कामकाज के बीच एक बैलेंस बनाना जरूरी है। इसके लिए आप कुछ चीजों को अपनी आदतों में शुमार कर सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
ऑफिस का काम न लाएं घर - बहुत से लोग वर्कोहोलिक होते हैं जो कि ऑफिस का काम घर तक ले जाते हैं। कुछ लोग पर्सनल चीजों में ऑफिस का टाइम बर्बाद कर देते हैं, जिसके चलते काम को घर लाने को मजबूर होना पड़ता है। इसका सीधा असर आपकी मेंटल हेल्थ और परिवार के लोगों पर पड़ता है। ऑफिस का तनाव कई बार परिवार के लोगों के साथ विवाद की वजह बन सकता है।
छोटे-छोटे ब्रेक लें - लगातार काम में बिजी रहना आपको मेंटली थका सकता है, ऐसे में जरूरी है कि आप बीच-बीच में ब्रेक भी लेते रहें। छोटे-छोटे परिवार के साथ बिताए हॉलिडे आपको दोबारा काम करने के लिए नई ऊर्जा से भर देंगे और आप परिवार के साथ ही हेल्दी टाइम स्पेंड कर सकेंगे।
जरूरत से ज्यादा जिम्मेदारी न लें - बहुत लोगों की आदत होती है कि वो ऑफिस में या बॉस के सामने खुद को साबित करने के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारियां ले लेते हैं। कई बार ये एक्स्ट्रा रिस्पॉन्सिबिलिटी आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है। अगर सीनियर आपको ओवरलोड करना चाहते हैं तो आप उन्हें सम्मानपूर्वक जो काम कर रहे हैं उसे पूरा करने के बाद ही करने का कह सकते हैं। ज्यादा बोझ आपको फिजिकल और मेंटली बीमार कर सकता है।
प्राथमिकता करें तय - वर्क लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ को बैलेंस करने के लिए कामों की प्राथमिकताएं तय करना जरूरी है। जो काम जरूरी है उन्हें पहली प्रॉयरटी पर करें और जो बाद में हो सकता है उन्हें रोक दें। ये तरीका वर्किंग लाइफ और पर्सनल लाइफ दोनों में ही लागू करें। इससे आप दोनों के बीच सही समन्वय बना सकेंगे।