Financial Tips: आजकल शिवानी घर में अकेली रह रही थी। बेटे-बहू जॉब के सिलसिले में विदेश चले गए थे। पति ऑफिस के काम से दो-तीन के लिए बाहर गए थे, लेकिन पता चला कि दो हफ्ते बाद आएंगे। शिवानी को पैसों के लेन-देन में बहुत परेशानी हो रही थी। उन्होंने अपनी पड़ोसन सुधाजी की हेल्प से किसी तरह काम चलाना शुरू किया। सुधा सत्तावन वर्षीय विधवा हैं। उन्हें अपने पैसों का हिसाब-किताब रखना, मोबाइल बैंकिंग, डेबिट क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल, ऑनलाइन पेमेंट करना सब कुछ आता था।
शिवानी की परेशानी को देखते हुए सुधा जी ने उन्हें प्रेम पूर्वक समझाया, ‘शिवानी बहन, आप बुरा मत मानिएगा, लेकिन आपको मनी मैनेजमेंट से जुड़ी कुछ बेसिक बातें सीख लेनी चाहिए। बुरा समय कहकर नहीं आता। मुझे ही देखिए, मैं अकेली सब कुछ मैनेज कर लेती हूं। भला मुझे किसका सहारा है। मैं देखती हूं, घर में किसी पुरुष के ना रहने पर आप परेशान हो जाती हैं।’ शिवानी ने बेहिचक इस बात को माना कि सुधाजी उन्हें सही सलाह दे रही हैं। इसमें कोई दो राय नहीं, हर महिला को मनी मैनेजमेंट से जुड़े कुछ गुर जरूर जान लेने चाहिए।
सरल रखें फाइनेंस का मेंटेनेंस
बहुत बार ऐसा होता है कि महिलाओं के एक नहीं कई बैंक अकाउंट होते हैं। उन्हें यह तक नहीं पता होता कि उनके अकाउंट की स्थिति क्या है? वो एक्टिव हैं भी या नहीं। कभी यह स्थिति ना आने दें। एक ही बैंक अकाउंट रखें या फिर अधिकतम दो। इनमें से हर एक का इस्तेमाल अपनी सुविधा अनुसार अलग-अलग उद्देश्यों के लिए करें। जैसे एक को म्युचुअल फंड, शेयर्स पेंशन आदि से प्राप्त रकम के लिए तो दूसरे में आमदनी के दूसरे स्रोत जैसे किराया, ट्यूशन या अन्य आय के लिए। म्यूचुअल फंड या इक्विटी इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को भी बहुत भारी भरकम ना बनाएं। सीमित फंड्स या इक्विटीज में ही पैसा निवेश करें ताकि आप आसानी से इन्हें मॉनिटर और मैनेज कर सकें। फिक्स डिपॉजिट या रेकरिंग डिपॉजिट छोटे-छोटे कई ना रखकर, दो-तीन ही रखें।
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सीख लें जरूरी एप और तकनीक
आपको अपने बैंक खातों का संचालन, मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन पेमेंट, डेबिट क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना जरूर सीख लेना चाहिए। इनकम टैक्स रिटर्न समय पर जमा करने के लिए किसी सीए की मदद लेनी चाहिए। उन्हें अपनी आय-व्यय का पूरा ब्यौरा जरूर दें। साथ ही आपको मौजूदा दौर के फ्रॉड, स्कैम जैसी चीजों से भी सावधान रहना चाहिए। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय सावधानी बरतें। ओटीपी या एटीएम पिन भूल कर भी किसी के साथ शेयर ना करें।
समय-समय पर रिव्यू करें
अपनी संपत्ति, बैंक बैलेंस, म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट, इक्विटी में निवेश आदि की 6 या 12 महीने में रिव्यू करें। मार्केट के जानकारों की राय लें। अगर निवेश में कहीं कोई चूक हुई है या ग्रोथ नहीं मिल रही है तो उसे चेंज करें। बेहतर होगा कि आप स्वयं भी बिजनेस चैनल देखें, अच्छे अखबार पढ़ें और खुद को अपडेटेड रखें ताकि आप बचत निवेश और कमाई के सही नियम और तरीके सीख सकें। ध्यान रखें, आपको अपने लिए एक मेडिकल इंश्योरेंस प्लान भी जरूर ले लेना चाहिए।
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पैसे का सदुपयोग करना सीखें
आपको अपने पैसे का सदुपयोग करना सीख लेना चाहिए। बचत खाते में ज्यादा रकम रखना या फिजूलखर्ची करना नुकसानदायक साबित होता है। क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग, लग्जरी के लिए लोन लेना, हर वक्त बाहर से खाना ऑर्डर करना जैसी आदतों से दूर रहें।
ना करें संपन्नता का प्रदर्शन
अगर आप अकेली रहती हैं तो आपको अपनी समृद्धि के प्रदर्शन से विशेष परहेज करना चाहिए। भारी-भरकम गहने, महंगे गैजेट्स आदि का शो ऑफ ना करें। अपने फाइनेंशियल स्टेटस और संपत्तियों का विवरण कभी भी सार्वजनिक ना करें, ना ही हर किसी के सामने इनका जिक्र करें।