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Home Interior Design: वास्तु नियमों का घर की सुख-शांति से गहरा संबंध होता है। सिर्फ घर की संरचना ही नहीं, उसकी दीवारों का रंग भी अगर वास्तु-नियमों के अनुसार करवाया जाए तो घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है। कैसा होना घर के कमरों की दीवारों पर कलर, जानिए।

Home Interior Design: घर एक ऐसी जगह होती है, जहां हम अपनी हर रोज की जिंदगी का सबसे बड़ा हिस्सा बिताते हैं। अगर आप हाउसवाइफ हैं तब तो अधिकांश समय घर में ही बीतता होगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के हर हिस्से की संरचना ही नहीं उसके रंग का भी हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है। वास्तव में हर रंग की अपनी ऊर्जा और गुण होते हैं। घर की सुख-समृद्धि, शांति, बेहतर करियर, सफलता और बेहतर स्वास्थ्य के लिए अगर वास्तु के अनुसार घर के लिए सही रंग का चुनाव करते हैं तो घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। कुछ खास रंग, उस घर में रहने वाले लोगों में खास भावनाएं  भी पैदा करते हैं, इसलिए घर में रंगों का संतुलन बनाना बहुत जरूरी है। वास्तु के अनुसार, घर के हर हिस्से के लिए अलग  रंग का चुनाव करना चाहिए।

पूजा वाला कमरा
पूजा वाला कमरा, हमारे घर का सबसे अहम हिस्सा होता है। इस जगह पर सबसे ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। घर की सबसे पवित्र जगह भी इसी को माना जाता है। इसलिए यहां की दीवारों पर ऐसा रंग किया जाना चाहिए, जो मन को शांति दे। घर में मौजूद पूजा वाले कमरे में सफेद या पीला रंग सबसे सही माना जाता है। इसके अलावा पूजा वाले कमरे में क्रीम कलर का भी उपयोग किया जा सकता है। वास्तु के मुताबिक, पूजा के कमरे में काला रंग अशुभ माना जाता है।

बेडरूम
बेडरूम, घर का वह स्थान होता है, जो हमारे जीवन में काफी मायने रखता है। यहां हम सुकून और शांति भरे पल गुजारना चाहते हैं। वास्तु के मुताबिक, बेडरूम की दीवारों को पिंक, पेस्टल ब्लू या पेस्टल ग्रीन कलर से पेंट करवाना सही रहता है। इन रंगो के अलावा बेडरूम के लिए यलो कलर भी काफी अच्छा माना जाता है। वास्तु के अनुसार यलो कलर मन की शांति, उत्साह-उल्लास और खुशहाली का प्रतीक है और यह आपके बेडरूम में पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है, जिससे आपको बेडरूम में समय बिताना अच्छा लगने लगता है।

लिविंग रूम
वास्तु शास्त्र के अनुसार लिविंग रूम की दीवारों का कलर व्हाइट, ऑफ व्हाइट या लाइट यलो होना चाहिए। वास्तु के अनुसार ये कलर्स, पॉजिटिविटी के प्रतीक माने जाते हैं। लिविंग रूम में ब्लू कलर का पेंट करवाना भी शुभ होता है। यह रंग शांति से जुड़ा होता है। इस कलर से हमेशा अच्छी और पॉजिटिव वाइब्स आती हैं। इस कलर से रंगी दीवारों वाले लिविंग रूम में जब भी आप अपने दोस्तों और परिजनों के साथ बैठेंगी तो घर का माहौल खुशनुमा महसूस होगा।

किचेन
वास्तु के मुताबिक, किचेन में सफेद रंग करना शुभ माना जाता है लेकिन किचेन में यह रंग जल्दी गंदा हो जाता है। ऐसे में आप लाल या नारंगी रंग भी किचेन की दीवारों पर करवा सकती हैं।

स्टडी रूम
स्टडी रूम के लिए ऐसे रंगों का चयन करना चाहिए, जो पॉजिटिव एटीट्यूड को सपोर्ट करते हों। इस नजरिए से स्टडी रूम के लिए हमेशा हल्के रंगों को सेलेक्ट करें। वास्तु के मुताबिक, स्टडी रूम की दीवारों पर लाल, गुलाबी, नीला या हरा रंग करवाना सही माना जाता है। 

बच्चों का कमरा
वैसे तो बच्चों को कलरफुल रूम बेहद पसंद होते हैं, लेकिन इनके रूम में डार्क कलर नहीं होना चाहिए। आप चाहें तो बच्चों के कमरे में गुलाबी रंग भी करवा सकती हैं।

बाथरूम
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार बाथरूम की दीवारें सफेद या भूरे रंग की होनी चाहिए।

(वास्तु सलाहकार ललित तोमर से बातचीत पर आधारित)

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