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Strawberry Plantation: स्ट्रॉबेरी को उगाना एक सुखद अनुभव हो सकता है। कुछ आसान ट्रिक्स की मदद से गमले में स्ट्रॉबेरी प्लांट किए जा सकते हैं।

Strawberry Plantation: स्ट्रॉबेरी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है, जिसे घर पर गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है। इसकी ताजगी और मीठे स्वाद के कारण इसे कई लोग पसंद करते हैं। अगर आपके पास बगीचा नहीं है, तो भी आप बालकनी या छत पर गमले में इसकी खेती कर सकते हैं। सही देखभाल और उचित विधि अपनाकर, आप घर पर ही जैविक और ताजी स्ट्रॉबेरी उगा सकते हैं। इस रसीले फल का किसी को भी पसंद आएगा। 

गमले में स्ट्रॉबेरी उगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे सीमित स्थान में भी उगाया जा सकता है। इसके लिए ज्यादा मिट्टी या बड़े खेत की जरूरत नहीं होती। इसके अलावा, घर पर उगाई गई स्ट्रॉबेरी में किसी प्रकार के केमिकल या कीटनाशक का उपयोग नहीं होता, जिससे यह अधिक स्वास्थ्यवर्धक होती है।

गमले में स्ट्रॉबेरी कैसे उगाएं?

सही गमले का चयन करें
स्ट्रॉबेरी की जड़ों को बढ़ने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती, लेकिन अच्छे विकास के लिए कम से कम 8-10 इंच गहरा गमला चुनें। प्लास्टिक, मिट्टी या सिरेमिक के गमले का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन गमले में जल निकासी (ड्रेनेज) के लिए नीचे छेद जरूर होना चाहिए।

उपयुक्त मिट्टी तैयार करें
स्ट्रॉबेरी हल्की, पोषक तत्वों से भरपूर और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में सबसे अच्छा विकास करती है। इसके लिए गमले में गार्डन सॉयल, खाद (कंपोस्ट) और रेत का मिश्रण डालें। मिट्टी का pH स्तर 5.5 से 6.5 के बीच होना चाहिए, जो हल्का अम्लीय हो।

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धूप और तापमान का ध्यान रखें
स्ट्रॉबेरी को रोज़ाना कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप चाहिए होती है। अगर आपके पास धूप वाली जगह नहीं है, तो इसे ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त रोशनी मिले। तापमान 15-25°C के बीच सबसे उपयुक्त रहता है।

सही पौधा या बीज चुनें
गमले में स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए पहले से विकसित पौधों (सैपलिंग) या रनर प्लांट्स का उपयोग करें, क्योंकि बीज से पौधा उगाने में अधिक समय लगता है। अगर आप बीज से उगाना चाहते हैं, तो अच्छी गुणवत्ता वाले ऑर्गेनिक बीजों का चयन करें।

नियमित रूप से पानी दें
स्ट्रॉबेरी की जड़ों को नम रहना पसंद होता है, लेकिन ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं। गर्मियों में इसे रोज़ पानी दें, लेकिन ध्यान रखें कि गमले में पानी जमा न हो। सर्दियों में पानी की मात्रा कम कर दें।

खाद और पोषण का ध्यान रखें
स्ट्रॉबेरी के अच्छे विकास के लिए जैविक खाद (कंपोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट) या नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम (NPK) युक्त उर्वरकों का प्रयोग करें। हर 15-20 दिन में हल्की खाद डालें ताकि पौधे को आवश्यक पोषण मिलता रहे।

कीटों और बीमारियों से बचाव करें
स्ट्रॉबेरी के पौधों पर कीटों जैसे एफिड्स, माइट्स और फंगस का हमला हो सकता है। इससे बचने के लिए नीम का तेल स्प्रे करें और पत्तियों को समय-समय पर साफ करें।

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फूल और फल आने के समय देखभाल करें
जब पौधे पर फूल आने लगें, तो हल्की सिंचाई करें और गमले को हिलाने से बचें। फल आने पर पौधे को ज्यादा धूप और पर्याप्त पोषण दें, ताकि मीठी और रसीली स्ट्रॉबेरी विकसित हो सके।

स्ट्रॉबेरी की कटाई (हार्वेस्टिंग) सही समय पर करें
जब स्ट्रॉबेरी पूरी तरह लाल हो जाए और नर्म महसूस हो, तब उसे तोड़ें। आमतौर पर रोपाई के 3-4 महीने बाद फल तैयार हो जाते हैं। स्ट्रॉबेरी को हल्के हाथों से तोड़ें ताकि पौधा न टूटे।

नए पौधे तैयार करें
स्ट्रॉबेरी के पौधे रनर (छोटे बढ़ते हुए तने) निकालते हैं, जिन्हें काटकर नए गमलों में लगाया जा सकता है। इससे आप हर साल बिना नए बीज खरीदे ताजे स्ट्रॉबेरी पौधे उगा सकते हैं।

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