How to Knead Flour: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या कम उम्र में ही अब काफी कॉमन हो गई है। इस स्थिति से निपटने में हमारी रोटियां कारगर साबित हो सकती हैं। जी हां, गेहूं के आटे में अगर ओट्स के आटे को मिक्स कर रोटियां बनाई जाएं तो बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने में काफी मदद मिल सकती है। खराब लाइफस्टाइल और खान-पान बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की बड़ी वजह हैं, जिसे आप फूड हैबिट में बदलाव कर बहुत हद तक काबू कर सकते हैं।
ओट्स में प्रचुर मात्रा में सॉल्यूबल फाइबर पाया जाता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को घटाने में मदद करता है। इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम समेत ढेरों तत्व और एंटी ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं जो गेहूं के आटे की रोटियों को और भी पौष्टिकता प्रदान करता है।
ओट्स रोटी बनाने का तरीका
आप अगर सिंपल रोटियां खाते हैं तो अब इसमें थोड़ा सा बदलाव ला सकते हैं। गेहूं ओट्स की रोटियां बनाने के लिए सबसे पहले ओट्स को एक कड़ाही में डालकर ड्राई रोस्ट करें। इसके बाद इन्हें मिक्सी में डालकर महीन पीसें और पाउडर बना लें। अब एक बर्तन में गेहूं का आटा लें और उसमें 2 बड़े चम्मच ओट्स पाउडर को डालकर मिलाएं।
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इसके बाद आटे में चुटकीभर नमक और थोड़ा-थोड़ा करते हुए पानी डालें और फिर आटा गूंथ लें। आटा तैयार होने के बाद उसे 10 मिनट के लिए ढककर रख दें, जिससे आटा तैयार हो जाएगा। इसके बाद आटे की लोइयां तोड़कर बेलें और तवे पर सेककर रोटियां बना लें।
गेहूं ओट्स रोटियां खाने के अन्य फायदे
पाचन क्रिया में सुधार: गेहूं और ओट्स दोनों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है। फाइबर मल त्याग को नियमित करने और कब्ज को दूर करने में मदद करता है।
वजन घटाने में सहायक: गेहूं और ओट्स दोनों ही कम कैलोरी वाले और उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ हैं। यह आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे आप कम खाते हैं और वजन कम करने में मदद मिलती है।
हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा: गेहूं और ओट्स में मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जो हृदय रोग के खतरे को कम करता है। ओट्स में मौजूद बीटा-ग्लूकन भी दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
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मधुमेह को नियंत्रित करने में मददगार: गेहूं और ओट्स दोनों में मौजूद फाइबर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)