Walking or Running: गर्मी के दिनों में खुद को सेहतमंद रखना बेहद जरूरी होता है। थोड़ी सी भी लापरवाही बीमारी को न्यौता दे सकती है। समर सीजन में थोड़ी सी भी मेहनत से शरीर से पसीना बहने लगता है। कई लोग सेहतमंद बने रहने के लिए जिम का सहारा लेते हैं तो कई लोग रनिंग और वॉकिंग को प्रैफर करते हैं। वॉकिंग और रनिंग दोनों ही कार्डियो एक्सरसाइज़ के अंतर्गत आती हैं।
बहुत से लोग इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं कि गर्मी के सीजन में रनिंग करना चाहिए या वॉकिंग। आप भी अगर ऐसी ही दुविधा का सामना कर रहे हैं तो आइए जानते हैं दोनों में क्या अंतर है और आपको किसे प्रैफर करना चाहिए।
वॉकिंग के फायदे
बच्चे से लेकर बूढ़े तक वॉकिंग हर किसी के लिए बेहद कंफर्टेबल एक्सरसाइज़ मानी जाती है। ये एक कार्डियो एक्सरसाइज़ है जो कि दिल की सेहत को दुरुस्त बनाए रखती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स हर किसी को रोजाना कम से कम 30 से 45 मिनट तक घूमने की सलाह देते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए वॉकिंग बेहतरीन विकल्प है।
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वॉकिंग से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और कैलोरी बर्न होती है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है। वॉकिंग स्ट्रेस और एंजाइटी कम करने मेंमदद करती है। वॉकिंग बोन्स को स्ट्रॉन्ग बनाकर मसल्स की ताकत बढ़ाती हैं और अतिरिक्त चर्बी कम करती हैं।
- तेज रफ्तार से चलने से हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है।
- वॉकिंग ब्लड प्रेशर का खतरा कम करने का काम करती है।
- रोजाना 10 हजार कदम चलने से कई बीमारियों से बचाव होता है।
- डेली वॉकिंग से कोलेस्ट्रॉल लेवल को घटाने में मदद मिलती है।
- वॉकिंग से ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है, जिससे डायबिटीज का रिस्क घटता है।
रनिंग के फायदे
वॉकिंग किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है, लेकिन जब रनिंग की बात हो तो दौड़ना हर किसी के बस की बात नहीं है। इससे सांस फूलना, मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याएं शुरुआती दौर में आ सकती हैं। रनिंग एक इंटेंस कार्डियो एक्सरसाइज़ मानी जाती है। इससे ब्लड फ्लो तेज होता है। रनिंग दिल को मजबूत बनाने का काम करती है।
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वॉकिंग के मुकाबले रनिंग से वजन तेजी से घटता है। जो लोग शरीर के निचले हिस्से में दर्द से पीड़ित रहते हैं उन्हें रनिंग अवॉइड करना चाहिए। रनिंग जोड़ों का दर्द बढ़ा सकती है।
- रनिंग करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाता है।
- नियमित दौड़ने से मांसपेशियों में मजबूती आने लगती है।
- तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो दौड़ना बेहतर विकल्प है।
- रेगुलर वॉकिंग से डायबिटीज का रिस्क कम हो जाता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श से जरूर लें।)