World Diabetes Day 2024: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिसका अब तक कोई स्थाई इलाज नहीं मिल सका है। लोगों को डायबिटीज के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। डायबिटीज होने से पहले शरीर इसके संकेत देने लगता है। इन संकतों पर अगर ध्यान देखकर सही जीवन शैली और खान-पान को अपनाया जाए तो डायबिटीज का रिस्क कम किया जा सकता है।
बता दें कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर शर्करा (ग्लूकोज) को ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। यह एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर इसका जल्दी पता चल जाए तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
डायबिटीज के 5 बड़े लक्षण
अधिक प्यास लगना: बार-बार पानी पीने की तीव्र इच्छा होना। ये डायबिटीज का एक बड़ा लक्षण है। प्री डायबिटीक होने पर ये संकेत काफी कॉमन होता है। ऐसे में बेवजह गला सूखे और बार-बार प्यास लगे तो इसे अनदेखा न करें।
अधिक पेशाब आना: उम्र बढ़ने के साथ डायबिटीज का रिस्क भी बढ़ता जाता है। आप अगर रात में बार-बार यूरिन के लिए उठने लगे हैं तो ये डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। ब्लड शुगर बढ़ने पर बार-बार यूरिन आती है और रात में इसकी फ्रिक्वेंसी काफी बढ़ जाती है।
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अधिक भूख लगना: डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा भूख लगती है। अगर वे एकसाथ ज्यादा खा लेते हैं तो ब्लड शुगर हाई हो जाती है। आपको अगर सामान्य से ज्यादा भूख का एहसास होने लगा है तो ब्लड शुगर टेस्ट कराएं। डायबिटीज में कई बार भोजन करने के बाद भी भूख लग जाती है।
वजन कम होना: बिना अतिरिक्त प्रयास के अगर वजन अचानक से कम हो गया है तो अलर्ट होने की जरूरत है। कई बार डायबिटीज होने पर शरीर का वजन अचानक से बिना किसी कारण के कम होने लगता है।
थकान महसूस होना: जो लोग डायबिटीज की चपेट में आ जाते हैं उन्हें बार-बार थकान का एहसास होने लगता है। आप भी अगर ऐसा फील करें तो जांच कराने में बिल्कुल भी कोताही न बरतें।
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डायबिटीज कैसे नियंत्रित करें?
स्वस्थ आहार: संतुलित आहार लें जिसमें फाइबर, फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों। शर्करा और संतृप्त वसा से बचें।
नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
स्वस्थ वजन बनाए रखें: अगर आपका वजन अधिक है तो उसे कम करने की कोशिश करें।
रक्त शर्करा का नियमित रूप से परीक्षण: अगर आप डायबिटीज के खतरे में हैं तो नियमित रूप से रक्त शर्करा का परीक्षण करवाएं।
तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या अन्य तकनीकों का उपयोग करें।
धूम्रपान न करें: धूम्रपान डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है।
रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें: उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकते हैं।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)