Amit Shah East South Predictions: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी और सातवें फेज की वोटिंग से पहले बड़ा दावा किया। बुधवार, 29 मई को एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि इस बार पूर्वी और दक्षिणी भारत में भाजपा अधिकांश लोकसभा सीटें जीतने जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जो टारगेट सेट किया था, उसे पूरा किया। जबकि दिल्ली के कई राजनीतिक पंडित भाजपा के दावों पर विश्वास नहीं कर रहे थे। वैसे ही इस बार भी नतीजे होंगे।
ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में क्या खिलेगा कमल?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ने इस लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा जोर दक्षिण भारत में लगाया है। ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए क्या उम्मीदें हैं, यह पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि हम बंगाल में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करेंगे। बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं। हम 24 से 30 सीटें जीत सकते हैं। ओडिशा में हमारा लक्ष्य 21 में से 17 लोकसभा सीटें और 147 विधानसभा सीटों में से 75 सीटें जीतने का है। तेलंगाना में हम लगभग 10 सीटें जीतेंगे। यहां लोकसभा की 17 सीटें हैं। शाह ने कहा कि जहां तक आंध्र प्रदेश की बात है, तो वहां हमारी गठबंधन सरकार बनने जा रही है और एनडीए भी लोकसभा सीटों का एक बड़ा हिस्सा जीतेगा।
इन राज्यों में सबसे बड़ी पार्टी बनेगी भाजपा
भाजपा उत्तर भारत और पश्चिम में पहले से ही एक बड़ी ताकत है। भाजपा इस बार पूर्व और दक्षिण में अपने पैर पसारने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। यहां कई राज्यों में विपक्षी दलों का शासन है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भी आम चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। ओडिशा में नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद सरकार एक और कार्यकाल पाने के लिए लड़ रही है। आंध्र प्रदेश में भाजपा ने सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के लिए एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी के साथ गठबंधन किया है।
अमित शाह ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र, जिसमें बंगाल, झारखंड, बिहार, ओडिशा शामिल हैं, हम सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेंगे। यह तय है। दक्षिण के पांच राज्यों, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में हम सभी राज्यों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जीतेंगे।
शाह बोले- राजनीतिक विश्लेषक जल्द विश्वास करेंगे
यह पूछे जाने पर कि क्या अब की बार 400 पार सिर्फ एक नारा था या फैक्ट्स पर आधारित लक्ष्य था? शाह ने जवाब दिया कि जब हमने पूर्ण बहुमत के नारे पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 का चुनाव जीता था, तो दिल्ली के कई राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा था कि यह संभव नहीं है। लेकिन हमें पूर्ण बहुमत मिला। फिर, 2019 में, जब हमने '300 प्लस' का नारा दिया, तो लोगों ने कहा कि यह संभव नहीं है। लोग इस बार भी यही कह रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि इस बार '400 पार' होने से पहले अगले चुनाव में वे हम पर विश्वास कर लेंगे।
देश में लोकसभा चुनाव 9 चरणों में हो रहा है। 6 फेज की वोटिंग हो चुकी है। सिर्फ 56 सीटों पर मतदान होना बाकी है, जो शनिवार, 1 जून को पूरा होगा। इनमें से 26 सीटें पूर्वी राज्यों ओडिशा, बंगाल, बिहार और झारखंड में हैं। मतगणना 4 जून को होगी।