Sushil Modi Death: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का  सोमवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से गले के कैंसर से जूझ रहे थे। दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। बीते महीने सुशील कुमार मोदी ने कैंसर होने की जानकारी दी थी। इसके साथ ही सक्रिय राजनीति से दूरी बनाने की घोषणा भी कर दी थी। वह 72 साल के थे।

पीएम मोदी ने शोक प्रकट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशील कुमार मोदी के निधन पर शोक प्रकट किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा पार्टी में मेरे सहयोगी और लंबे समय के मित्र सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और सफलता में उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल के दौरान विरोध के बीच उन्होंने छात्र राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। अपनी मेहनत और मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाने वाले, एक विधायक के रूप में उनका सम्मान किया जाता था। राजनीतिक मुद्दों पर उनकी गहरी समझ अद्भुत थी। एक प्रशासक के रूप में भी उन्होंने सराहनीय प्रदर्शन किया। जीएसटी पारित कराने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव याद रखी जाएगी। दुःख की इस घड़ी में मेरी हार्दिक संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!

बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने जताया शोक
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी अब हमारे बीच नहीं रहे। यह संपूर्ण बीजेपी परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे अनगिनत कार्यकर्ताओं के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें उनके संगठनात्मक कौशल, प्रशासनिक कौशल और सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों की गहरी समझ के लिए हमेशा याद किया जाएगा। दिवंगत आत्मा को शांति मिले और परिवार को दुख की इस घड़ी में शक्ति मिले

गृह मंत्री अमित शाह ने शोक प्रकट किया
सुशील मोदी के निधन की जानकारी मिलने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने X पर एक पोस्ट के जरिए दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी, जिसमें उन्होंने लिखा, ''हमारे सम्मानित नेता सुशील कुमार मोदी जी के निधन की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। आज बिहार ने राजनीति के एक दिग्गज को हमेशा के लिए खो दिया है।

'' एबीवीपी में रहने से लेकर भाजपा में अपने कार्यकाल तक, सुशील जी ने संगठन और सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। उनके राजनीतिक प्रयास वंचितों और हाशिये पर पड़े लोगों के हितों की सेवा के लिए समर्पित थे। उनके निधन से बिहार की राजनीति में जो क्षति हुई है उसका असर काफी समय तक महसूस किया जाएगा। शोक की इस अवधि में पूरी भाजपा उनके शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़ी है। दिवंगत आत्मा को शांति मिले। 'ॐ  शांति शांति "

लालू यादव ने भी सुशील मोदी के निधन पर जताया दुख
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी सुशील मोदी के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया कि पटना यूनिवर्सिटी के समय से यानि कि पिछले 51-52 वर्षों से, हमारे प्रिय मित्र सुशील मोदी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। वे एक संघर्षशील, समर्पित सामाजिक और राजनीतिक व्यक्ति थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति दें।

सम्राट चौधरी ने भी जताया शोक
सुशील मोदी के निधन के पर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गहरा दुख व्यक्त किया। सम्राट चौधरी ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि सुशील मोदी का निधन भाजपा और बिहार दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत तौर पर उनके लिए बहुत बड़ी क्षति है, क्योंकि सुशील मोदी सिर्फ एक सहयोगी ही नहीं बल्कि एक मार्गदर्शक भी थे। वह लोगों की सेवा के लिए आजीवन समर्पित रहे। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।

वे हमारे अभिभावक थे: तेजस्वी यादव
अपने शोक संदेश में,तेजस्वी यादव ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। तेजस्वी यादव ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि वे हमारे अभिभावक, मेहनती नेता और एक समर्पित व्यक्ति थे।  इस कठिन समय में मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर उनके परिवार और समर्थकों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे।"ओम शांति ओम"

1970 के दशक में शुरू हुई थी सुशील मोदी की राजनीतिक यात्रा
सुशील मोदी की राजनीतिक यात्रा बिहार में 1970 के दशक के जेपी आंदोलन से शुरू हुई। इसी आंदोलन के साथ सुशील कुमार मोदी ने राजनीति में कदम रखा। इसके बाद वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़ गए। छात्र राजनीति में उनका कदम 1971 में शुरू हुआ। उन्होंने पहली बार 1990 में चुनाव लड़ा। सुशील कुमार मोदी ने पहली बारपटना सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की और विधानसभा पहुंचे। 

2004 में भागलपुर से जीता था लोकसभा चुनाव
2004 में सुशील कुमार मोदी ने भागलपुर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। अगले वर्ष, 2005 में, उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण करने के लिए अपना संसदीय पद त्याग दिया। इसके बाद वह बिहार के उप मुख्यमंत्री बने। इसके बाद नीतीश कुमार के साथ उनके गठबंधन की शुरुआत हुई। बता दें कि नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी जेपी आंदाेलन के समय से ही एक दूसरे के अच्छे दोस्त रहे हैं।