Bishnoi Gang: मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के हाईप्रोफाइल मर्डर को लेकर क्राइम ब्रांच गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों पर शिकंजा कस रही है। इसबीच, कनाडाई पुलिस ने मंगलवार को बिश्नोई गैंग और भारतीय एजेंट्स के रिश्तों को लेकर बड़ा दावा किया। कनाडाई पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया है कि भारतीय सरकार के एजेंट्स आपराधियों, खासतौर से बिश्नोई गैंग का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि उनकी जमीन पर खालिस्तान समर्थक दक्षिण एशियाई समुदाय तत्वों को निशाना बनाया जा सके।
कनाडा पुलिस के भारत सरकार पर बेबुनियाद आरोप
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) कमिश्नर माइक डुहेम ने कहा- भारतीय सरकार खालिस्तान समर्थकों को टारगेट कर रही है और इसके लिए संगठित अपराध का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा कि "यह खासतौर से बिश्नोई गैंग के द्वारा किया जा रहा है, जो इस बात का सबूत है कि यह गैंग भारत के एजेंट्स से लिंक है।"
#WATCH | Ottawa, Ontario (Canada): "It (India) is targeting South Asian community but they are specifically targeting pro-Khalistani elements in Canada...What we have seen is, from an RCMP perspective, they use organised crime elements. It has been publically attributed and… pic.twitter.com/KYKQVSx7Ju
— ANI (@ANI) October 14, 2024
अवैध रूप से नागरिकों की जानकारी जुटाने का आरोप
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारतीय सरकार के एजेंट्स पर हत्या, वसूली और धमकी का आरोप लगाया जा रहा है, तो डुहेम ने इस पर सहमति जताई। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ भारतीय राजनयिक (डिप्लोमैट) संगठित अपराधिक तत्वों के साथ मिलकर कनाडाई नागरिकों के खिलाफ जानकारी जुटा रहे हैं, जिसे बाद में आपराधिक गिरोह तक पहुंचाया जाता है और वे वसूली से लेकर मर्डर जैसी हिंसक वारदातों को अंजाम देने में यह सूचना इस्तेमाल करते हैं।
भारत ने पुलिस और ट्रूडो को दावों को सिरे से नकारा
भारत ने कनाडा पुलिस के आरोपों पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है, साथ ही इन्हें "अकल्पनीय और हास्यास्पद आरोप" बताते हुए कहा है कि कनाडा ने अब तक कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को भी खारिज किया, जिसमें कहा गया कि भारत ने "कनाडाई नागरिकों के खिलाफ आपराधिक गतिविधियों का समर्थन" किया। ट्रुडो ने भारत पर "दबाव डालने वाली रणनीतियां" अपनाने का भी आरोप मढ़ा है। इस विवाद में भारत और कनाडा के बीच राजनयिकों के निष्कासन का सिलसिला जारी है। दोनों देशों ने अपने 6-6 डिप्लोमैट्स को वापस लौटने को कहा है।
कनाडा में कितना मजबूत है बिश्नोई गैंग?
- लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मुख्य सरगना है। 2018 में गिरफ्तारी के बाद उसे तिहाड़ जेल से गुजरात की साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया है। बिश्नोई गिरोह ने बेहद कम वक्त में भारत समेत दुनिया के कई देशों में पैर जमा लिए हैं, जिनमें कनाडा भी शामिल है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम अब सबसे खतरनाक आपराधिक संगठनों में लिया जाता है। कनाडा समेत दूसरे देशों में लॉरेंस का खास गैंगस्टर गोल्डी बरार गिरोह की कमान संभालता है।
- अपने बड़े नेटवर्क के साथ बिश्नोई गैंग ने अब तक बेखौफ होकर हत्याएं की हैं। सबसे हालिया हत्या महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की थी। भारत के भीतर यह गिरोह हत्या और हथियारों की तस्करी और पंजाबी गायकों, शराब माफिया, अन्य प्रमुख व्यापारियों जैसे हाई-प्रोफाइल टारगेट से वसूली में शामिल माना जाता है। एक अनुमान के आधार पर बिश्नोई गैंग में करीब 700 हिटमैन शामिल हैं।