Paper Leak Case: सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पेपर लीक की अफवाहें फैलाई गईं, जिससे छात्रों और अभिभावकों में चिंता बढ़ गई। हालांकि, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने तुरंत इन अफवाहों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि पेपर लीक की खबरें पूरी तरह से झूठी और निराधार हैं। बता दें, इस वर्ष सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में लगभग 42 लाख छात्र शामिल हो रहे हैं।
बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि यह महज अफवाहें हैं, जिनका कोई आधार नहीं है। छात्रों और अभिभावकों को केवल सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूचनाओं पर ही भरोसा करना चाहिए और किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी से बचना चाहिए।
सोशल मीडिया पर उड़ा अफवाह
सोमवार, 17 फरवरी को 12वीं कक्षा की फिजिकल एजुकेशन परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा के दौरान ही सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैलने लगी। यह खबर तेजी से वायरल होने लगी, जिससे छात्रों और अभिभावकों में घबराहट पैदा हो गई।
सीबीएसई ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए कहा कि यह अफवाहें केवल परीक्षा को बाधित करने और परीक्षार्थियों में भ्रम फैलाने के मकसद से फैलाई गई हैं। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के संचालन की पूरी प्रक्रिया बेहद सख्त निगरानी में होती है और पेपर लीक जैसी कोई घटना नहीं हुई है।
बोर्ड की सख्त चेतावनी
सीबीएसई ने दो टूक कहा है कि पेपर लीक जैसी झूठी खबरें फैलाने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में बोर्ड ने पुलिस और अन्य प्रशासनिक एजेंसियों से संपर्क किया है, ताकि अफवाह फैलाने वाले लोगों की पहचान की जा सके और उन पर सख्त कदम उठाए जाएं।
बोर्ड ने छात्रों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध सूचना को आगे साझा न करें, क्योंकि झूठी खबरों के प्रसार से केवल परेशानी ही बढ़ती है।
छात्रों के लिए बोर्ड की सलाह
सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर भरोसा करें – किसी भी सूचना के लिए केवल CBSE की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
अफवाहों से बचें – सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली खबरों को बिना पुष्टि किए न मानें।
ध्यान परीक्षा पर रखें – पढ़ाई पर फोकस बनाए रखें और तनाव से दूर रहें।
कानूनी कार्रवाई से बचें – कोई भी झूठी खबर फैलाने या साझा करने से बचें, क्योंकि ऐसा करना कानूनी अपराध हो सकता है।