Kangana Ranaut on Beef Eating Allegation: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट कंगना रनौत ने शुक्रवार को मनाली में एक जनसभा को संबोधित किया। कंगना ने खुद पर लगे बीफ खाने का आरोप लगाने पर कांग्रेस पर निशाना साधा। इसके साथ ही मंडी से कांग्रेस के कैंडिडेट विक्रमादित्य पर पलटवार करते हुए उन्हें राजा बाबू और छोटा पप्पू करार दिया।
'ये लोग आपकाे भ्रमित करेंगे, इनकी बातों में नहीं आना'
कंगना रनौत ने कहा कि ये लोग बड़ी कूटनीतियां चलाएंगे और आपको भ्रमित करेंगे। इनकी बातों में आप लोगों को बिल्कुल नहीं आना है, चाहे ये लोग कुछ भी बाेल दें। कंगना रनौत ने कहा कि पहले इन लोगों ने मुझ पर गौमांस खाने का आरोप लगाया। जब मैंने पूछा कि क्या आपके पास इसका कुछ तो प्रमाण होगा। तो कहने लगे, अरे छोड़ो, हमें आपके खाने पीने से क्या मतलब है। बताइए, आप ही तो खाने-पीने की बात कर रहे थे।
'फिल्म इंडस्ट्री में मुझे कई राजा बेटा मिले'
कंगना रनौत ने कहा कि ये महिला अपवित्र है, अशुद्ध है और इसका कोई चरित्र नहीं है। इसके बाद मैंने इन्हें कल अपना चरित्र बनाया। तो कहने लगे कि यहां-वहां की बात छोड़िए। आप मु़द्दे की बात करिए। एक दिन पहले ही कंगना ने कहा था कि मैं सभी पप्पूओं को चुनौती देती हूं। यह तुम्हारे मां-बाप की रियासत नहीं है, जो मुझे डरा-धमकाकर भेज दोगे। यह प्रधानमंत्री मोदी का नया भारत है। ऐसे राजा बेटा लोग मुझे हर जगह पर मिले है। फिल्म इंडस्ट्री में भी कई राजा बेटा मुझे मिले और मैंने उनके खिलाफ आवाज उठाई।
'विक्रमादित्य से किया सरकारी योजनाओं पर सवाल'
कंगना ने कहा मनाली मेरे लिए सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं, बल्कि यह मेरी भावना है। विक्रमादित्य मेरे छोटे भाई की तरह हैं। उन्हें राजा बाबू और छोटा बाबू क्या बोल दिया, उन्होंने तो मुंह फुला लिया। कंगना ने पूछा कि विक्रमादित्य राज्य सरकार में मंत्री हैं। वह बताएं कि क्या उन्होंने पेशन स्कीम शुरू की। क्या स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मोबाइल वैन शुरू की। महिलाओं को 1500 रुपए देने के वादे का क्या हुआ? काम की बात कोई करता है और उसे पूरा करके दिखाता है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
विक्रमादित्य ने बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
विक्रमादित्य सिंह ने कंगना के इन बयानों पर कहा कि यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। विक्रमादित्य ने कहा कि मैं बीजेपी की मंडी प्रत्याशी कंगना रनौत की इज्जत करता हूं। चाहे प्रत्याशी कोई भी क्यों ना हो, हमारी लड़ाई बीजेपी से है। जिस प्रकार की भाषा का उन्होंने इस्तेमाल किया है, वह राज्य संस्कृति के मुताबिक नहीं है। ऐसी भाषा और ऐसे शब्दों का इस्तेमाल आज तक हिमाचल के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ होगा। वह कहती हैं कि यह समय नारी सशक्तिकरण का है तो वह भूल गई हैं कि मंडी की मौजूदा सांसद महिला ही हैं, उन्हें लोगों ने विकट परिस्थितियों में जीत दिलाकर संसद भेजा है।