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Deoghar building collapse: देवघर में तीन मंजिला इमारत गिरने से एक की मौत, कई लोगों के फंसे होने की आशंका। एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी।

Deoghar building collapse: झारखंड के देवघर में आज (07 जुलाई) की सुबह एक बड़ा हादसा हुआ। शहर के सीता होटल के पास एक तीन मंजिला मकान सुबह 5 बजे के करीब ढह गया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।  जिला प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम मौके पर बचाव कार्य में लगी हुई है। अब तक 7 लोगों को निकाला गया है। अभी भी मलबे में 10 लोगों के फंसे होने की संभावना है। 

श्रावणी मेला की तैयारी के बीच हादसा
देवघर में 22 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू होने वाला है। ऐसे में इलाके के लोग इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। मकान मालिक सिताकांत झा ने ग्राउंड फ्लोर पर होटल खोलने की योजना बनाई थी, जिसके चलते मकान का नवीनीकरण हो रहा था। घर में कल से ही काम चल रहा था। दीवार और पीलर टूटने के कारण यह हादसा हुआ। इलाके में दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में, रिन्नोवेशन के दौरान पुराना घर संभल नहीं पाया और आज सुबह अचानक ढह गया।

किरायेदार भी रहते थे मकान में
सिताकांत झा के मकान में किरायेदार भी रहते थे। हादसे में आधा मकान ढह गया। मकान मालिक के परिवार सहित किरायेदार भी मलबे में फंसे हुए हैं। अब तक केवल मकान मालिक सहित पांच लोगों को निकाला गया है। इमारत से रेस्क्यू किए गए मनीष कुमार की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, दो लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं। एनडीआरएफ ने एक बच्चे को भी बचाया है।

डीसी बोले - लोगों को बचाना प्राथमिकता
डीसी विशाल सागर ने कहा कि राहत कार्य समय पर शुरू हो गया है। हमने यहां से 2 लोगों को बचाया है और उन्हें सदर अस्पताल भेजा है। जानकारी मिली है कि कुछ और लोग फंसे हैं, इसलिए बचाव अभियान चल रहा है। लोगों को जल्द से जल्द निकालने की हर संभव कोशिश की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यहां कुछ निर्माण कार्य शुरू किया गया था, शायद मकान उतना मजबूत नहीं था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। फिलहाल हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। 

निशिकांत दुबे ने की मदद की पेशकश
दूसरी ओर, इस घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा नेता और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे मौके पर पहुंचे। घटना को लेकर उन्होंने एम्स के निदेशक से बात की है ताकि मलबे में फंसे लोगों को निकालने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जा सके।

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